
हिमाचल प्रदेश में टूटा बर्फबारी का 12 साल का रिकॉर्ड
नई दिल्ली। देशभर में मौसम का मिजाज ( Weather Forecast )एक बार फिर बदलेगा। भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) के मुताबिक फरवरी के पहले हफ्ते में एक बार फिर ठंड बढ़ेगी। यही नहीं देश के मध्य इलाकों में बारिश के आसार हैं। पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हिमाचल प्रदेश ( Snowfall in Himachal Pradesh ) में पिछले 12 साल का रिकॉर्ड टूटा है।
मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काईमेट के मुताबिक पश्चिमी हिमालय के राज्यों में ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिसके कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। जबकि कुछ जगहों पर दिन और रात के तापमान में लगभग 3 से 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है।
हिमाचल में टूटा रिकॉर्ड
हिमाचल में 12 साल बाद जनवरी में ज्यादा बर्फबारी हुई है। लाहुल-स्पीति जिले के कल्पा में 2008 के जनवरी में 181.8 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई थी, जबकि इस साल 168.4 सेंटीमीटर बर्फ गिरी है। हालांकि 1990 से 1995 तक 165 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई थी।
वहीं, शिमला में आठ साल बाद जनवरी में इतनी बर्फबारी हुई है। शिमला में सबसे अधिक बर्फबारी का रिकॉर्ड 1993 का है। प्रदेश में लाहुल स्पीति को छोड़ बाकी सभी जिलों में सात से 120 फीसद तक अधिक बारिश जनवरी में दर्ज की गई है।
6 फरवरी तक बढ़ेगी ठंड
उधर, मौसम विभाग ने छह फरवरी तक मौसम के साफ रहने और सुबह-शाम की ठंड के बढ़ने की संभावना जताई है।
कोन्फ्लुएन्स जोन के चलते बारिश के आसार
अगले 24 से 48 घंटों में मध्य प्रदेश के पूर्वी व मध्य भागों और छत्तीसगढ़ में गरज के साथ बारिश होने की उम्मीद कर रहे हैं।
इस बारिश का कारण पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक कोन्फ़्लुएन्स जोन को माना जा सकता है।
इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी में चल रही दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाएँ उत्तर पश्चिमी से मिलन करेगी, जिसके कारण दोनों क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी और बादल छाए रहेंगे। इस बीच, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश की गतिविधियों से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। मौसम की गतिविधियाँ 4 फरवरी तक जारी रहेंगी।
Published on:
01 Feb 2020 11:25 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
