कर्नाटक भवन में सहायक लाइजन ने जांच अधिकारियों को बताया है कि दिल्ली के फ्लैटों से जो पैसा बरामद हुआ है वो शिवकुमार की है। ये पैसा हवाला के जरिए यहां पर आता था या कोई शख्स लाकर देता था। इसके बाद डीके शिवकुमार के कहने पर ही वो पैसा बांटते थे। इस बात को ईडी के अधिकारियों ने एक गंभीर मसला माना है। क्योंकि कर्नाटक सरकार के मंत्री के खिलाफ कर्नाटक सरकार के अधिकारी ने ही बयान दिया है। इसलिए ये मामला बेहद अहम है। डीके शिवकुमार का सीधे तौर पर हवाला मामले में नाम आना जेडीएस और कांग्रेस दोनों के लिए बड़ा झटका है।
आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के डीके शिवकुमार को ही जीत का असली नायक माना जाता है। चुनाव के बाद लंबे सियासी ड्रामे के दौरान डीके शिवकुमार ने ही कांग्रेस-जेडीएस विधायकों को एकजुट बनाए रखा। कई विधायकों का हाथ पकड़ कर विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान लाने का काम डीके शिवकुमार ने किया था। हालांकि उनके ऊपर सिद्धारमैया सरकार में अवैध खनन के आरोप भी लगे। डीके शिवकुमार पर टैक्स चोरी के भी आरोप लग चुके हैं। उनके भाई पर 66 एकड़ जमीन कब्जाने का आरोप लगा है। अब उन पर आठ करोड़ रुपए कैश बरामद होने के मामले में ईडी ने कार्रवाई शुरू कर दी है।