जानकारी के मुताबिक,
मुंबई के धारावी में पार्टी को झटका देते हुए 400 शिवसैनिकों ने भाजपा का दामन थाम लिया। पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले एक कार्यकर्ता ने कहा कि शिवसेना ने हिंदू विरोधी दलों के साथ गठबंधन कर लिया है। शिवसैनिक रमेश नदेशन ने कहा कि शिवसेना ने भ्रष्ट और हिंदू विरोधी पार्टियों के साथ गठबंधन कर लिया है। इसलिए हम लोगों ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के ऐलान के बाद जिस दिन उद्धव ठाकरे को महा विकास अघाड़ी का नेता चुना गया था, तब भी उनके करीबी माने जाने वाले रमेश सोलंकी ने शिवसेना से इस्तीफा दे दिया था।
गौरतलब है कि रमेश सोलंकी शिवसेना की इकाई युवासेना की आईटी सेल कोर कमेटी मेंबर होने के साथ-साथ गुजरात राज्य संपर्क प्रमुख भी थे। इस्तीफा देने के बाद सोलंकी ने ट्विटर पर लिखा था कि बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व, करिश्माई व्यक्तित्व और निडर नेतृत्व से प्रभावित होकर 1998 में वे शिवसैनिक बने। कई चुनाव चुनावों में उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन बीएमसी से लेकर विधानसभा-लोकसभा चुनाव तक केवल ‘हिंदू राष्ट्र’ और ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के सपने के लिए काम करते रहे। इस बड़े उलटफेर से शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी खेमे में खुशी की लहर है। हालांकि, इस बड़े बदलाव पर शिवसेना की ओर से अब तक कोई बयान नहीं आया है।