उप राष्ट्रपति नायडू ने कहा कि कुछ दिनों से देश में बढ़ती असहिष्णुता और अभिव्यक्त की आजादी पर बहस हो रही है। लेकिन यह कहना कि समाज असहिष्णु हो गया है, यह मेरे विचार से गलत है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अभी भी अफजल गुरु पर राय जताते हैं। यह लोकतंत्र में ही संभव है कि आप स्वतंत्रतापूर्वक अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं। फिर भी संविधान की मर्यादा का ध्यान रहना चाहिए। संविधान ने आजादी दी है लेकिन उसकी सीमा भी है।
नायडू ने कहा, देश को आगे ले जाना है तो विकास पर फोकस करना होगा। देश का एजेंडा सिर्फ डेवलपमेंंट, डेवलपमेंट, डेववलमेंट, सुशासन होना चाहिए। किसी तरह के विवाद की कोई जगह न हो। हम आजाद मुल्क हैं, हमारे ऊपर कोई बाहरी शासक नहीं है। हम खुद अपने अपने शासक हैं। राजनीति में चुनाव पर फोकस होना चाहिए लेकिन एक बार चुनाव हो जाए तो सबका एजेंडा सिर्फ विकास होना चाहिए।