अमरीकी राजदूत ने दिया कार्रवाई का भरोसा
वहीं 84 दंगों के मामले को लेकर सोमवार को पंजाब विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ। राहुल गांधी के बयान को लेकर विधानसभा में नारेबाजी हुई। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और सुखबीर बादल में तीखी बहस हुई। बता दें कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष नजीत सिंह जीके पर कैलिफोर्निया में हुए हमले को लेकर कहा कि सरकार को चाहिए कि उनके हमलावरों को सख्त कार्रवाई हो । हरसिमरत कौर ने मनजीत जीके पर हुए हमले के पीछे कांग्रेस और आईएसआई को जिम्मेदार ठहराया। अमरीकी राजदूत से मुलाकात के बाद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि उन्होंने कानून के तहत उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
कैप्टन अमरिंदर की सफाई
सिख दंगों पर हरसिमरत कौर के बयान पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पार्टी से शामिल होने से इनकार किया है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि इंदिरा जी की हत्या के बाद यह घटना घटी , उस वक्त राजीव गांधी पश्चिम बंगाल के एयरपोर्ट पर मौजूद थे। कोई भी कांग्रेस का नेता इसमें शामिल नहीं हुए थे। हालांकि उन्होंने कहा कि इसमें कुछ अन्य लोग जुड़े हुए थे।
अमरिंदर सिंह ने राहुल गांधी का किया बचाव
गौरतलब है कि अमरिंदर सिंह ने कहा कि ऑपरेशन ब्लूस्टार के समय राहुल में पढ़ते थे। उस वाक्या के लिए राहुल गांधी पर आरोप लगाना बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि उस वक्त राहुल गांधी इन सब चीजों से अनजान थे, उसके लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना बिल्कुल सही नहीं है। दरअसल, राहुल गांधी ने कहा था कि दंगों में एक पार्टी के रूप में कांग्रेस की कभी संलिप्तता नहीं रही, सिख समुदाय को नागवार गुजरा है। अमरिंदर ने कहा कि उन दंगों में जो कोई व्यक्तिगत तौर पर शामिल था, वह कानून से बंधा हुआ है। गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल प्रमुख ने कहा था कि 1984 के दंगों के अपराध में राहुल ‘भागीदार’ थे।