जानकारी के मुताबिक, बुधवार देर रात अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस गठबंधन की घोषणा की। गठबंधन की घोषणा होते ही सीटों का बंटवारा भी हो गया है। अकाली दल विधानसभा में पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में इनेलो ने शिअद को सिर्फ दो सीटें ही दी थी। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल और इनेलो का गठबंधन टूट गया था।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल ने बीजेपी को समर्थन किया था। जबकि, इनेलो ने बसपा से हाथ मिला लिया था। वहीं, विधानसभा चुनाव में इनेलो और बीजेपी साथ चुनाव लड़ने वाली थी। लेकिन, सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनी। बीजेपी के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
इनेलो से गठबंधन होते ही शिअद ने पांच में से 3 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। रतिया सीट से कुलविंदर सिंह, कालांवाली से राजिंदर देसू और गुलहा-चीहका से रामकुमार शिअद के उम्मीदवार होंगे। जबकि अंबाला सिटी और पेहवा सीट से शिअद आज अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी। अब देखना यह है कि इस गठबंधन से बीजेपी को फायदा होता है या नुकसान।