सावरकर के मुद्दे पर भाजपा जहां कांग्रेस पर जमकर निशाना साध रही है, वहीं शिवसेना की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है। पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने साफ कर दिया कि वीर सावरकर का अपमान बर्दास्त नहीं किया जाएगा, वहीं अब शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में गृह मंत्री एकनाथ शिंदे ने भी बड़ा बयान देकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी है।
सावरकर के बलिदान के बारे में सब जानते हैं: एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा कि ‘स्वतंत्र वीर सावरकर ने देश के लिए जो बलिदान दिया उसके बारे में सब जानते हैं। उन्होंने देश के लिए जो किया उससे कोई इनकार नहीं कर सकता। हर किसी को उनका सम्मान करना चाहिए।’
बता दें कि राहुल गांधी ने मेक इन इंडिया की जगह ‘रेप इन इंडिया’ कहा था, जिसपर भाजपा ने आपत्ति जताई और माफी मांगने की मांग की। इस पर झारखंड़ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह कहते हुए माफी मांगने से इनकार कर दिया था कि उनका नाम ‘राहुल सावरकर’ नहीं है।
संजय राउत ने की थी निंदा
आपको बता दें कि सावरकर पर दिए इस बयान को लेकर संजय राउत ने कहा था कि सभी महानायकों का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि सावरकर ने ना सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश का गौरव है। राउत ने कहा था कि नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए बलिदान दिया था।
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इधर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बयान निंदनीय है। वह स्वतंत्रता वीर सावरकर के नाखून की भी बराबरी नहीं कर सकते और खुद को गांधी समझने की गलती वह न करें।’ केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा था कि गांधी परिवार ने उधार का नाम लिया है। वे खुद को गांधी न समझें।
आपको बता दें कि महाकाष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना की गठबंधन सरकार है। तीनों दलों के बीच वैचारिक अंतर है। लेकिन इसके बावजूद भी तीनों ने एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत सरकार बनाई है। अब ऐसे में यही माना जा रहा है कि वैचारिक मतभेद को लेकर ये सरकार ज्यादा समय तक नहीं चल पाएगी।