दरअसल, पिछले कुछ सालों पर गौर किया जाए तो पार्टी लगातार कमजोर होती जा रही है। 2019 लोकसभा चुनाव ( 2019 Loksabha Chunav ) में जब कांग्रेस पार्टी ( Congress Party ) को शिकस्त मिली तो राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, उन्हें मनाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं मानें। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने यहां तक कहा था कि पार्टी का अगला अध्यक्ष गांधी से परिवार से नहीं होगा। इसके बावजूद सोनिया गांधी ( Congress interim President Sonia Gandhi ) को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन, राहुल गांधी के तत्कालीन बयानों से साफ था कि अब कांग्रेस की नैया गांधी परिवार पार नहीं लगा पाएगी। इतना ही नहीं 2014 लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को शिकस्त मिली थी। उस वक्त सोनिया गांधी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष थी। लेकिन, 2017 में राहुल गांधी का पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया। राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी को लोकसभा के साथ-साथ कई राज्यो में विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा। वहीं, धीरे-धीरे पार्टी के अंदरुनी कलह भी बढ़ने लगी। यूथ बनाम ओल्ड ( Youth vs Old ) का मुद्दा भी पार्टी के अंदर हमेशा से गरमाता रहा है। पार्टी के कुछ नेता ये भी चाहते है कि जल्द से जल्द नए अध्यक्ष का चुनाव हो। कुछ नेताओं ने दोबारा राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग है। इस बाबत सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं है। अध्यक्ष पद के लिए बीच में कुछ नेताओं का नाम भी सामने आया था, लेकिन सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बना दिया गया।
इधर, पार्टी की स्थिति जिस तरह से लगातार कमजोर होती जा रही है उसे लेकर नेतृत्व पर भी सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में कुछ नेताओं ने एक पत्र पर साइन कर सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) को पत्र लिखा है, जिसमें 134 वर्षीय पार्टी के नेतृत्व में अनिश्चितता का आरोप लगाया गया है। पत्र में जल्द से जल्द नए अध्यक्ष बनाने की मांग भी की गई है। कुछ नेता यह भी चाहते हैं कि अगला अध्यक्ष गांधी से परिवार से न हो। क्योंकि, पिछले कुछ सालों में पार्टी काफी कमजोर हुई और अंदरुनी कलह भी बढ़ी है। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहे हैं कि गांधी परिवार के कारण कांग्रेस पार्टी लगातार कमजोर हो रही है? हालांकि, कुछ नेता इस पक्ष में भी थे कि प्रियंका गांधी ( Priyanka Gandhi ) को कांग्रेस की कमान सौंपा जाए। लेकिन, राहुल गांधी के बयन के बाद इस मुद्दे पर आगे चर्चा नहीं हुई। अब देखना ये है कि आज की बैठक में पार्टी नेतृत्व को लेकर क्या फैसला लिया जाता है?