‘ठाकरे को गांधी अछूत की तरह देखते हैं, करना होगा 10 जनपथ में सरेंडर’ वहीं, छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मंत्रालय के बाहर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। जेएनयू के छात्र प्रस्तावित हॉस्टल शुल्क वृद्धि को पूरी तरह से वापस लेने की मांग कर रहे हैं। छात्रों ने हॉस्टल शुल्क वृद्धि को वापस लिए जाने की मांग को लेकर एचआरडी मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन की घोषणा की है।
शुक्रवार को जेएनयूएसयू अध्यक्ष ऐशे घोष समेत चार सदस्यीय दल ने शास्त्री भवन में एमएचआरडी सचिव से मुलाकात के बाद कहा, “हमनें मानव संसाधन विकास मंत्रालय सचिव से मुलाकात की और उन्हें अपना ज्ञापन सौंपा। हमें बताया गया कि एमएचआरडी की उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है जिसका खुलासा औपचारिक प्रक्रिया के बाद किया जाएगा।”
बिग ब्रेकिंगः अब भारतीय सेना में शामिल होगी यह ऐतिहासिक चीज, कांप जाएगी दुश्मनों की रूह, भारत का दिल दहलाने वाला प्लान घोष ने आगे कहा, “हमें बताया गया था कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय हमसे मुलाकात करना चाहते हैं, जिसके लिए हमें वक्त दिया गया। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती हम अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।”
वहीं, छात्रों के प्रदर्शन के चलते डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद रोड पर स्थित मंत्रालय के प्रवेश द्वार और बाहर जाने के रास्ते पर सैकड़ों पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। सुरक्षाबलों की तैनाती के अलावा दिल्ली पुलिस ने त्रिस्तरीय बैरिकेडिंग कर मार्ग को अवरुद्ध कर रखा है। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए वाटर कैनन की भी तैनाती की गई है।
इस सब से अलग युवक कांग्रेस ने संसद में दिए प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर उनके इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
बड़ा खुलासा… इस नेता ने कभी बालासाहेब ठाकरे को करवाया था गिरफ्तार… अब उद्धव ने बनाया अपना मंत्री.. हालांकि, जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन सुबह 11.30 बजे से शुरू होना था, लेकिन वह अपराह्न् 12.30 बजे तक भी शुरू नहीं हो सका। विद्यार्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें परिसर से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
जेएनयू के एक छात्र ने मीडिया से कहा, “जेएनयू प्रशासन ने विश्वविद्यालय परिसर के अंदर बस को आने से रोक दिया है। हम मंत्रालय तक जाने के लिए वैकल्पिक साधन तलाश रहे हैं।”