पंजाब में कलह थमने का कर रहे थे इंतजार जानकारी के मुताबिक दोनों नेता पंजाब कांग्रेस में जारी सियासी हलचल के थमने का इंतजार कर रहे थे। पंजाब के नए सीएम के सत्ता संभालने और नई कैबिनेट का गठन होने के बाद दोनों नेता शहीद भगत सिंह की जयंती के मौके पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। बता दें कि कन्हैया कुमार को पीएम मोदी के बड़े आलोचकों में गिना जाता है। ऐसे में बिहार कांग्रेस में कन्हैया कुमार की मौजूदगी पार्टी को मजबूत बनाएगी।
राहुल गांधी से मिल चुके हैं कन्हैया जानकारी के मुताबिक गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल इसकी अहम कड़ी हैं। वे ही दोनों युवा नेताओं और पार्टी के बीच तार जोड़ने के प्रयास में हैं। बता दें कि कन्हैया कुमार बीते दिनों करीब 3 बार राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात कर चुके हैं। इसके साथ ही प्रशांत किशोर को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे भी जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि कन्हैया कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाकपा माले प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे थे। यहां उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को चुनौती दी थी। हालांकि वो जीत दर्ज नहीं कर पाए। इसके बाद से लगातार खबरें आ रही हैं कि पार्टी नेतृत्व कन्हैया कुमार से खुश नहीं है और कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें आ रही हैं।