गुरुवार को 10 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। ये सभी कुमारस्वामी सरकार के दौरान कांग्रेस और जेडीएस में थे, जिन्हें स्पीकर ने अयोग्य करार दे दिया था। बाद में इन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया और दिसंबर में हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने सता रही अन्य राज्यों की चिंता, मजबूती के लिए उठाया बड़ा कदम निर्भया गैंगरेप केस में देश के पहले नागरिक ने लिया सबसे बड़ा फैसला, अब फांसी के लिए बचे हैं 6 दिन
येदियुरप्पा सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार गुरुवार को हो गया है। इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही येदियुरप्पा के कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 28 हो गई है। येदियुरप्पा ने पूरा दिया वादा
आपको बता दें कि कर्नाटक में दिसंबर 2019 में 15 सीटों पर उपचुनाव हुए थे। तब बीजेपी ने 12 सीटें जीती थीं, 2 सीटें कांग्रेस और एक निर्दलीय के खाते में गई थीं। इस दौरान सीएम येदियुरप्पा ने बीजेपी में शामिल हुए सभी एमएलए को मंत्री बनाने का वादा किया था जिसे गुरुवार को पूरा कर लिया गया।
आपको बता दें कि कर्नाटक में दिसंबर 2019 में 15 सीटों पर उपचुनाव हुए थे। तब बीजेपी ने 12 सीटें जीती थीं, 2 सीटें कांग्रेस और एक निर्दलीय के खाते में गई थीं। इस दौरान सीएम येदियुरप्पा ने बीजेपी में शामिल हुए सभी एमएलए को मंत्री बनाने का वादा किया था जिसे गुरुवार को पूरा कर लिया गया।
ये विधायक बने मंत्री
येदियुरप्पा सरकार में विधायक से मंत्री का सफर तय करने वाले नेताओं के नाम रमेश जारकिहोली, एसटी सोमशेखर, अनंत सिंह, के सुधाकर, बी बासवराज, शिवराम हेब्बर, एचसी पाटिल, के गोपालैया, केसी नारायण गौड़ा और बीसी पाटिल हैं। इन्होंने उपचुनाव जीतकर मंत्री पद का तोहफा हासिल किया।
येदियुरप्पा सरकार में विधायक से मंत्री का सफर तय करने वाले नेताओं के नाम रमेश जारकिहोली, एसटी सोमशेखर, अनंत सिंह, के सुधाकर, बी बासवराज, शिवराम हेब्बर, एचसी पाटिल, के गोपालैया, केसी नारायण गौड़ा और बीसी पाटिल हैं। इन्होंने उपचुनाव जीतकर मंत्री पद का तोहफा हासिल किया।
खास बात यह है कि इस विस्तार में बीजेपी से किसी को शामिल नहीं किया गया। हालांकि शामिल किए जाने के लइए तीन विधायकों को नाम चल रहे थे इनमें अरविंद लिंबावली, सीपी योगेश्वरा और उमेश कट्टी के नाम प्रमुख थे।
महेश कुमाथल्ली विशेष दर्जा
येदियुरप्पा सरकार में जहां अन्य विधायकों को मंत्री पद का दर्जा मिला वहीं विधायक महेश कुमाथल्ली को विशेष प्रतिनिधि ( दिल्ली ) बनाया जाएगा।
येदियुरप्पा सरकार में जहां अन्य विधायकों को मंत्री पद का दर्जा मिला वहीं विधायक महेश कुमाथल्ली को विशेष प्रतिनिधि ( दिल्ली ) बनाया जाएगा।