बीजेपी की पहली लिस्ट में दल-बदलू नेताओं का जलवा जैसा कि पिछले काफी महीनों से ये देखने को मिल रहा है कि भाजपा कर्नाटक के चुनाव को किसी भी कीमत पर हल्के में नहीं लेना चाहती है, वो टिकट बंटवारे में देखने को भी मिला है। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से कई महीनों पहले ही बीजेपी ने प्रचार शुरू कर दिया था। बीजेपी की पहली लिस्ट में दूसरी पार्टी से भी आए नेताओं का खूब
ध्यान रखा गया है। 72 उम्मीदवारों की लिस्ट में 11 कैंडिडेट का नाम ऐसा है, जिन्होंने हाल ही में भाजपा जॉइन की है। काफी लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने पहले भाजपा छोड़ दी थी और अब वो फिर से बीजेपी में आकर उम्मीदवार बन गए हैं। इन उम्मीदवारों को टिकट दिए जाने से पार्टी में मतभेद भी पैदा हो सकते हैं।
जातिगत वोटबैंक का भी रखा गया खास ध्यान टिकट बंटवारे में जातिगत वोटबैंक का पूरा ध्यान रखा गया है। पहली सूची मेें घोषित उम्मीदवारों में ज्यादातर कैंडिडेट लिंगायत समुदाय के हैं। लिस्ट में कुल 21 लिंगायतों को टिकट दिया गया है। लिंगायतों के बाद पार्टी का फोकस ओबीसी पर है। इस समुदाय से कुल 19 लोगों को टिकट दिया गया है। राज्य के मैसूर इलाके में खासा प्रभुत्व रखने वाले वोक्कालिगा समुदाय को भी बीजेपी ने तरजीह देते हुए उस समुदाय के 10 लोगों को उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी नेता दलितों के साथ कर रहे भोजन वहीं बीजेपी कर्नाटक में भी दलितों को रिझाने के लिए नए नए हथकंडे अपना रही है। पार्टी के नेता चुनाव प्रचार के दौरान दलितों को अपने पक्ष में करने राजनीतिक हथकंडे अपनाकर दलितों को अपने पक्ष में करने में लगे है। भाजपा के सीएम प्रत्याशी बीएस येदियुरप्पा एक दलित के घर का बना हुआ खाना खाने के लिए दलित के घर जाते हैं।