कांग्रेस ने बीजेपी से कर्नाटक का बदला गोवा में लेने की पूरी तैयारी कर ली है। कांग्रेस का कहना है कि जब कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी को न्योता दिया है, तो गोवा में भी ऐसा ही होना चाहिए। कहा जा रहा है कि राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड़ भी कराई जा सकती है।
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‘एक ही देश में अलग-अलग नियम क्यों’गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने गुरूवार को एक ट्वीट कर कहा कि, जब कर्नाटक में राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता भेजा है, तो गोवा की राज्यपाल ने कांग्रेस को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का न्योता क्यों नहीं दिया। एक ही देश के दो राज्यों में अलग-अलग नियम क्यों।
वहीं दूसरी ओर गोवा कांग्रेस के प्रभारी गोवा के लिए निकल भी चुके हैं। उसके साथ पार्टी के कुछ अन्य नेता भी मौजूद हैं। कांग्रेस नेता यतीश नाईक ने कहा कि 2017 में हमने गोवा विधानसभा की 17 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे थे, लेकिन राज्यपाल ने कांग्रेस की बजाए बीजेपी को सरकार बनाने के लिए न्योता दिया था। जिसके पास महज 13 सीटें थी। वहीं दूसरी ओर कर्नाटक में राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए बुलाया। ऐसे में अब हम भी राज्यपाल से अपील करते हैं कि हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।
बता दें कि 4 फरवरी,2017 को हुए गोवा विधानसभा के नतीजे भी बिल्कुल कर्नाटक की तरह ही थे। 40 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 21 विधायकों की जरूरत थी। यहां कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 17 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं 14 सीटों के साथ बीजेपी दूसरे स्थान पर थी लेकिन बहुमत से दोनों पार्टियां दूर थीं। यहां बीजेपी ने अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
एक ओर जहां कांग्रेस गोवा को लेकर सक्रिय हुई है तो दूसरी ओर बिहार में भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात का वक्त मांगा है। तेजस्वी का कहना है कि बिहार में उनकी पार्टी आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है, लिहाजा उन्हें भी सरकार बनने का मौका मिलना चाहिए।