जयनगर विधानसभा सीट पर कुल 19 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच टक्कर नजर आ रही है। कांग्रेस ने रामालिंग रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी को चुनावी मौदान में उतारा है। रामालिंगा रेड्डी सिद्धारमैया सरकार में गृह मंत्री रहे हैं। वहीं, भाजपा ने ने अपने दिवंगत विधायक बीएन विजयकुमार के भाई बी.एन प्रहलाद को उम्मीदवार बनाया है।
अब क्यों हो रहा है चुनाव?
कर्नाटक में चुनाव से ठीक पहले 4 मई को भाजपा बीएन विजय कुमार की चुनाव प्रचार के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। दरसअल हर दिन की तरह 3 मई को भी विजयकुमार अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। प्रचार के दौरान देर शाम 59 वर्ष के विजयकुमार अचानक गिर गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। 4 मई की सुबह करीब 1 बजे बीएन विजयकुमार ने आखिरी सांस ली। बीएन विजयकुमार जयानगर विधानसभा सीट से दो बार के विधायक रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विजय कुमार की मौत पर दुख जताया था।
कर्नाटक में हुआ था ‘नाटक’
जनता दल सेक्युलर (जद-एस ) और कांग्रेस गठबंधन के बीच गठबंधन किया था। सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल से मिले न्योते के बाद भाजपा ने सरकार बनाई थी, लेकिन विश्वास मत का सामना किए बगैर ही 19 मई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कुमारस्वामी ने कर्नाटक के सीएम के तौर पर 23 मई को शपथ ली थी। कैबिनेट का विस्तार भी हुआ। जिसमें जद-एस के पास 11 और कांग्रेस को 22 विभाग की जिम्मेदारी मिली। बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 104 सीटों, कांग्रेस ने 78 और जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है
जो नेता सरकार में मंत्री नहीं बन सके हैं, उन्होंने बगावत के सुर उठाने शुरू कर दिए। नाराज चल रहे कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं और विधायकों ने मंगलवार को बैठक बुलाई है। इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया कि कांग्रेस के कुछ नाराज विधायक उनके संपर्क में हैं। उधर, जद-एस के 2 मंत्री भी मनमुताबिक विभाग न मिलने से खफा बताए जा रहे हैं। अगर भाजपा को जयनगर सीट पर जीत मिलती है उसके 104 के आंकड़े में इजाफा होगा।