रामलीला मैदान पर पीएम मोदी के भाषण की 10 प्रमुख बातें आरिफ मोहम्मद खान ने केरला हाउस में मीडिया से बातचीत में हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों को नागरिकता संशोधन कानून पढ़ने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अगर लोग कानून पढ़ते तो इस तरह प्रदर्शन नहीं करते।
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, “जब देश का विभाजन हुआ, धर्म के नाम पर एक नया देश बना तो दूसरे धर्म के लोगों को वहां बराबरी का दर्जा नहीं मिला। उस वक्त महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू और डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने यहां तक कि कांग्रेस ने वादा किया था कि अपने जीवन और सम्मान की सुरक्षा के लिए जो लोग भारत आए हैं और जो आगे आएंगे, उन्हें स्वीकार करेंगे। ऐसे में उस वादे को अब केंद्र सरकार ने इस कानून के जरिए वैधानिकता प्रदान की है।”
CAA: जानिए नागरिकता संशोधन कानून में विदेशी-स्वदेशी के लिए क्या हैं जरूरी नियम केरल के राज्यपाल ने कहा, “अगर हमें सही बात की जानकारी नहीं रहेगी, तो तरह-तरह की अफवाहों में पड़कर डर पैदा होंगे, अगर कानून पढ़ेंगे तो मुझे भरोसा है कि लोग हिंसक प्रदर्शनों का रुख नहीं करेंगे।”