पहले यह तय हुआ था कि मंत्रिमंडल गठन का फार्मूला 20-13 का होगा लेकिन अब नया फार्मूला सामने आ गया है। इसके फार्मूले के अनुसार अब कांग्रेस के कोटे से 22 मंत्री और जेडीएस के कोटे से 12 मंत्री होंगे। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया मीटिंग में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा हुई। 34 मंत्रियों में से 22 कांग्रेस से होंगे। जबकि सीएम समेत 12 मंत्री जेडीएस से होंगे। कांग्रेस के ही केआर रमेश कुमार को स्पीकर बनाया जाएगा। डिप्टी स्पीकर जेडीएस से होगा। केआर रमेश कुमार गुरुवार को विधानसभा में कुमारस्वामी का फ्लोर टेस्ट लेंगे। सदन में बहुमत साबित होने के बाद कैबिनेट का विस्तार होगा।
कर्नाटक में कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में होने जा रहे विपक्ष के शक्ति परीक्षण से मोदी सरकार की नींद उड़ाने की योजना है। शपथ ग्रहण समारोह में सभी विपक्षी दलों को मिलाकर 278 संसदीय क्षेत्रों का हुजूम होगा। इसमें 6 मुख्यमंत्री, कई पूर्व सीएम और कई कद्दावर नेता शामिल होंगे। सीएएम की बात करें तो पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव, केरल के सीएम पिनराई विजयन, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए रजामंदी दे दी है। इसके अलावा यूपी से सपा चीफ अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, आरजेडी से तेजस्वी यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव सुधाकर रेड्डी, डी राजा के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला मंच पर दिखाई देंगे। इस जमघट को भाजपा के खिलाफ 2019 आम चुनावों के लिए अस्तित्व में आ रहे महागठबंधन की झलक की तरह भी देखा जा रहा है। शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), बीजू जनता दल (बीजेडी) और डीएमके से स्टालिन जैसे कई अन्य क्षेत्रीय दलों को और उनके नेताओं को भी न्योता भेजा गया है। लेकिन उनकी तरफ से अभी तक रजामंदी नहीं मिली है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बजाए कुमारस्वामी को सीएम बनने की बधाई फोन पर देंगे और एक दो दिनों के अंदर उनसे निजी तौर पर मिलेंगे।