गौरतलब है कि लोजपा ने झारखंड की जरमुंडी, हुसैनाबाद, लातेहार, पांकी, बड़कागांव, नाला विधानसभा सीटों पर दावा ठोका है। पार्टी का कहना है कि ये सीटें लोजपा जीतने की स्थिति में है और इस नाते भाजपा को बिना किसी देरी के इन्हें उसके हवाले कर देनी चाहिए।
दूसरी ओर, एक अन्य गठबंधन सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) ने भी भाजपा से सीटों के बंटवारे पर जल्द तस्वीर साफ करने की मांग की है। लोजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि झारखंड में सभी सीटों पर लोजपा का अच्छा जनाधार है फिर भी हम गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सिर्फ छह सीटें ही भाजपा से मांग रहे हैं। जरमुंडी सीट पर तो हरगिज समझौता नहीं होगा, क्योंकि यहां से लोजपा अपने प्रदेश अध्यक्ष को लड़ाएगी।
गौरतलब है कि 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के चुनाव के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में मतदान होने हैं। नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे। 2014 के विधानसभा चुनाव में 37 सीटें पाने वाली भाजपा ने बाद में झारखंड विकास मोर्चा से टूटकर विलय करने वाले छह विधायकों के सहारे पहली बार बहुमत की सरकार बनाई थी।