फेडरल फ्रंट के प्रणेता भाजपा के पाले में! सियासी गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव 2019 में केसीआर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही केसीआर ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मिलकर ऐसे फेडरल फ्रंट को बनाने कवायद शुरू की थी जिसमें न कांग्रेस हो और न ही भाजपा।
मोदी ने तारीफ यूं ही तो नहीं की होगी इधर टीआरएस ने भाजपा के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की बात को खारिज किया है। भाजपा ने भी अपनी तरफ से ऐसा कोई प्रयास किए जाने की बात को खारिज किया है। साथ ही यह भी कहा गया कि पार्टी राज्य में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन सियासत संभावनाओं का खेल है और प्रधानमंत्री ने अविश्वास प्रस्ताव के जवाब जैसे महत्वपूर्ण भाषण में उनकी तारीफ यूं ही तो नहीं कर दी होगी।
फेडरल फ्रंट पर केसीआर भी सुस्त दूसरी तरफ जोर-शोर के साथ ममता से हाथ मिलाने वाले केसीआर फेडरल फ्रंट को लेकर फिलहाल बेहद सुस्त दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि गठबंधन ना भी हुआ तब भी टीआरएस किसी न किसी तरीके से मिशन 2019 में मोदी को मदद कर सकती है। इधर भाजपा की धुरविरोधी मानी जाने वाली असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी टीआरएस की तरफ हाथ बढ़ा रही है।