ममता का बीजेपी पर हमला
ममता ने ट्विटर पर लिखा है ‘हम आज सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों के उठाए गए सवाल से दुखी हैं। सुप्रीम कोर्ट के प्रशासन के बारे में सुप्रीम कोर्ट के जजों की ओर से उठाए गए सवालों से एक नागरिक के तौर पर मैं बहुत दुखी हूं। न्यायपालिका और मीडिया लोकतंत्र के स्तंभ हैं। केंद्र सरकार का न्यायपालिका में बहुत ज्यादा दखल लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।’
तो दूसरी ओर बीजेपी ने ममता के इस बयान की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी ने उन्हें लोकतंत्र की दुश्मन करार दिया है। तो वहीं वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने चीफ जस्टिस की सार्वजनिक आलोचना करने वाले चारों जजों की सराहना की है।
भूषण ने जजों की तारीफ की
भूषण ने ट्विटर पर लिखा कि सही मायने में अभूतपूर्व! सर्वोच्च न्यायालय के चार शीर्ष न्यायाधीशों ने आज एक संवाददाता सम्मेलन किया, जिसमें राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों को अपेक्षित परिणाम के लिए चुनिंदा कनिष्ठ न्यायाधीशों को दिया जाता है, जो कि सत्ता का घोर दुरुपयोग है।”
देश में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार सीनियर जज प्रेस कॉंफ्रेंस कर कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का प्रशासन ठीक से काम नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने इस मुद्दे को लेकर मुख्य न्यायधीश से बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्टिस जस्ती चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ शामिल हुए। सीनियर जज जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो देश का लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा।