कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इस बात की जानकादी देते हुए कहा कि यही है कांग्रेस का गांधीवादी नेतृत्व व विरोधी के प्रति सम्मान की भावना। कांग्रेस पार्टी ने मणिशकंर अय्यर को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। क्या मोदी दी कभी यह साहस दिखाएंगे ?
गुरूवार को मणिशंकर अय्यर पीएम मोदी के राहुल गांधी को लेकर दिए गए औरंगजेब वाले बयान पर पलटवार कर रहे थे। अय्यर ने कहा, ‘जो अंबेडकर जी की सबसे बड़ी ख्वाहिश थी, उसे साकार करने में एक व्यक्ति सबसे बड़ा योगदान था, उनका नाम था जवाहरलाल नेहरू। अब इस परिवार के बारे में ऐसी गंदी बातें करें, वो भी ऐसे मौके पर जब अंबेडकर जी की याद में बहुत बड़ी इमारत का उद्घाटन किया गया। मुझे लगता है कि ये आदमी बहुत नीच किस्म का है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है। ऐसे मौके पर इस प्रकार की गंदी राजनीति की क्या आवश्यकता है।’
मणिशंकर अय्यर ने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए इस्तेमाल किए गए ‘नीच’ शब्द के लिए माफी मांगी। लेकिन, साथ ही साफ शब्दों में कि उन्होंने मोदी को ‘लो बॉर्न’ (निम्न जाति में पैदा हुआ) नहीं कहा था। गुरुवार सुबह की गई अपनी टिप्पणी को लेकर बवाल मचने के बाद मणिशंकर अय्यर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मेरा अभिप्राय कतई ‘लो बॉर्न’ नहीं था। अंग्रेजी भाषा के ‘लो’ (नीच) और ‘लो बॉर्न’ में अंतर है लेकिन हिंदी में अगर ‘लो’ मतलब ‘लो बॉर्न’ है तो मैं माफी मांगता हूं।”
राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, “भाजपा और प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी पर हमला करने के लिए नियमित तौर पर गंदी भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस की अलग संस्कृति और परंपरा है। मैं मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री के लिए प्रयुक्त लहजे व भाषा की सराहना नहीं करता हूं। मैं खुद और कांग्रेस की ओर से उनसे यह आशा करता हूं कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है उसके लिए वह माफी मांगें।”