वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने सप्ताह के आखिर में फेसबुक पर दो पोस्ट कर सवाल किया था कि पिछले गुरुवार को कुछ सवर्ण जातियों की तरफ से बुलाए गए भारत बंद के दौरान जिले से गुजरने के दौरान पप्पू यादव या उनके समर्थकों ने उनपर कथित हमले के बारे में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कराई? इसके उलट जब पत्रकारों ने उनसे ये पूछा कि आप अशोभनीय टिप्पणी को लेकर सांसद पप्पू यादव के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करतीं? इसके जवाब में एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि इस बाबत मैं कानूनी सलाह ले रही हूं। सलाह के आधार पर अगला कदम उठाया जा सकता है।
आपको बता दें कि सांसद सवर्णों के बंद के दिन कहा था कि एसएसपी अपने पसंदीदा पत्रकारों को प्रेम पत्र लिखती हैं। बंद के दिन सांसद पप्पू यादव ने कहा था कि उनपर हमला किया गया। जिस समय उनपर हमला हुआ उस समय वो मधुबनी जा रहे थे। हमले के बाद पप्पू यादव ने रोते हुए पत्रकारों से कहा था कि बंद समर्थकों के भेष में अपराधियों ने उन पर जानलेवा हमला किया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने कहा था कि अगर मेरे साथ सुरक्षाकर्मी नहीं होते तो वे लोग मेरी हत्या कर देते। इसके बावजूद पप्पू यादव ने हमले को लेकर किसी भी थाने में एफआईआर दर्ज नहीं कराई, जिसको लेकर एसएसपी ने फेसबुक पोस्ट पर सवाल पूछे थे।