देश की अस्मिता से जुड़ा है मामला
शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री पर तीखे बाण चलाते हुए कहा कि यह मामला सच्चाई और पारदर्शिता का है। देश की अस्मिता और रक्षा सुरक्षा से जुड़ा है। हमारी जयहिंद की सेना देख रही है। इतना बड़ा बवंडर क्यों हुआ। इसके पीछे तर्क क्या हैं? प्रधानमंत्री को इसका सार्वजनिक रूप से खुलासा करना चाहिए। इसके अलावा अगर उनसे कोई गलती हुई है तो उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। सॉरी बोलने से हम छोटे नहीं हो जाएंगे, बल्कि और बड़े हो जाएंगे.
कहा, हो रही है देश की बदनामी
उन्होंने कहा कि इसके कारण देश की बदनामी हो रही है। लोगों के दिमाग में शक पैदा हो गया है। चार साल तक तो हम यह कहते रहें कि हम ईमानदार लोग हैं। ईमानदारी से सरकार चला रहे हैं। हम पर कोई आरोप नहीं और अचानक इतना बड़ा आरोप। हम सरकार को सलाह देते हैं कि उन्हें इसे सार्वजनिक करना चाहिए। पूरी पारदर्शिता के साथ इसे सबके सामने लाना चाहिए।
10 दिन पहले रजिस्ट्रेशन हुई कंपनी को क्यों दिया कॉन्ट्रैक्ट
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि आखिर क्यों एचएएल के साथ डील होने के बाद एक ऐसी दूसरी कंपनी को डील दिया गया, जिसे रजिस्ट्रेशन कराए भी सिर्फ 10-15 दिन हुए थे। जिनके पास कुल संपत्ति मात्र 10-12 लाख रुपए थे, उन्हें डिफेंस का हवाई जहाज बनाने का मौका क्यों दिया गया। इस बात से सब सिर्फ चिंतित ही नहीं हैं, बल्कि नई-नई बातें निकाल रहे हैं। अगर सच को दबाने की कोशिश करेंगे तो कुछ दिनों के लिए दब तो जाएगा, लेकिन हटेगा नहीं। इसलिए प्रधानमंत्री को खुद सबको सच्चाई बतानी चाहिए।
इतना ही नहीं, उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि रफाल पर विवाद होने से यह जरूर हुआ कि कुछ चीजों से लोगों का ध्यान हट गया। लोगों का ध्यान डॉलर की बढ़ती कीमत, रुपए के गिरते मूल्य या पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से पर से हटाने में हम कामयाब हो गए।