जेडी (यू) नेता हुए शामिल उधर, जेडी (यू) के विद्रोही नेता व शरद यादव के खासमखास अली अनवर अंसारी में बैठक में भाग लेकर कांग्रेसियों को राहत दी है। बैठक में एकजुट विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार के खिलाफ अपनी एकजुटता और समन्वय को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई है। बैठक में भाजपा नीत राजग सरकार के खिलाफ भविष्य को लेकर रणनीतिक चर्चा के लिए समन्वय समिति बनाने की बात पर भी जोर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक जेडी (यू) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव को भी बैठक में हिस्सा लेने का न्यौता दिया गया था, लेकिन उन्होंने अपने स्थान पर अपने करीबी अंसारी को भेजा था।
साथ आए माकपा और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की ओर से बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में सबसे अधिक देखने वाली बात यह रही है कि भाजपा सरकार के खिलाफ माकपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों ही एकजुट होती दिखाई दी। बैठक में माकपा के सीताराम येचुरी व वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने भी भापजा के खिलाफ एकजुटता की बात से गुरेज नहीं किया। वहीं माना जा रहा है गुजरात एनसीपी के दो विधायकों ने संभवत: बीजेपी को वोट दिया है और कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल को वोट नहीं दिया। अब पार्टी ने बैठक में शामिल होने से भी परहेज किया है। उल्लेखनीय है कि एकजुटता जाहिर करने और प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार के खिलाफ रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्ष ने संयुक्त बैठक की। वहीं, अहमद पटेल की जीत के बाद एनसीपी ने कांग्रेस को यह याद दिलाया कि यह जीत उनकी वजह से मिली है और कांग्रेस यह आने वाले भविष्य में याद रखे।