आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को नवीन पटनायक ने कहा था कि विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल होने के विषय पर फैसला उनकी पार्टी बाद में करेगी क्योंकि उसे अपने निर्णय को ठोस रूप देने के लिए कुछ वक्त चाहिए।
आपको बता दें कि भाजपा ने ओडिशा में अपना आधार बढ़ाने की कोशिश तेज कर दी है। जहां 2014 के आम चुनाव में पार्टी ने 21 लोकसभा सीटों में मात्र एक पर जीत हासिल की थी. बीजद ने 20 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी। भगवा पार्टी राज्य में 2017 में हुए पंचायत चुनाव में भारी जीत हासिल करने के बाद बीजद को वहां सत्ता से बेदखल करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है।