मोदी जी की तारीफ भूसे में सूई ढूंढने जैसा दरअसल, रविवार को जम्मू में आयोजित एक कार्यक्रम में गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वो अपनी असलियत नहीं छुपाते हैं। इस पर हरीश रावत ने कहा है कि आजाद जी की हर बात में कोई उद्देश्य नहीं ढूंढना चाहिए। लेकिन देश में फिलहाल मंहगाई बढ़ रही है, किसान परेशान हैं। ऐसे में मोदी जी की तारीफ भूसे में सुई ढूंढने जैसा है।
उत्तराखंड के पूर्व सीएम ने कहा कि आजाद ने किस भाव से ये बात कही है, वो उन्हें नहीं पता। लेकिन एक हकीकत यह भी है कि कल उन्होंने देश की हालात पर चिंता जताई थी।
आजाद साहब हमारे वरिष्ठ नेता बता दें कि शनिवार को जम्मू में गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में कांग्रेस से असंतुष्ट G-23 गुट के नेताओं की बैठक हुई थी। इस बैठक को शांति सम्मेलन नाम दिया गया था। इस में जी गुट के सात नेता शामिल हुए थे। इनमें आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, राज बब्बर जैसे G-23 नेता शामिल हैं।
हरीश रावत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद हमारे वरिष्ठ नेता हैं। उनके उठाए गए मुद्दों का सोनिया गांधी ने सामाधान भी निकाल दिया था। संगठन में चुनाव को लेकर उन्होंने कहा था कि राज्यों के चुनाव के बाद संगठन के चुनाव होंगे।