केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नवकी पत्रिका कीनोट सलोन में सवालों के जवाब दे रहे थे। शो का मॉडरेशन पत्रिका के मुकेश केजरीवाल और शादाब अहमद ने किया। नकवी ने कहा कि कोरोना संकट छोटा मोटा नहीं है। यह विश्वयुद्ध और अंतरराष्ट्रीय स्तर का संकट है। ऐसे संकट के समय में हम सभी एकजुट हो जाते हैं। पाकिस्तान से युद्ध के समय अटलबिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी का साथ दिया था और उन्हें दुर्गा तक कहा। आज सोनिया गांधी लोगों में कांफीडेंस बढ़ाने की बजाय कन्फ्यूजन बढ़ाने में लगी हुई है। इस संकट के समय विपक्ष को सरकार का साथ देना चाहिए। उन्होंने आर्थिक पैकेज को लेकर कहा कि इसमें 90 फीसदी से अधिक घरेलू उत्पाद पर फोकस किया गया है। ढेरी से लेकर फेरी वाले तक की चिंता की गई है।
दिक्कत यह है कि कुछ लोगों ने इसे पढ़ा नहीं है और हवा हवाई बातें कर रहे हैं। इस पैकेज में आकाश से लेकर पाताल तक के सुधार शामिल है। उन्होंने यह भी भरोसा दिया कि कोई भी सुविधा या सहुलियत आखिरी नहीं होती। अनुभव के आधार व तर्कों पर सुझाव पर बदलाव भी होते हैं।
हिसाब दें या मदद करें
नकवी ने कहा कि कांग्रेस हमसे पैकेज का हिसाब मांग रही है। हम अभी बही खाता खोलकर बैठे और उन्हें पैकेज का हिसाब किताब दिखाए या गरीबों की समस्या का समाधान करें। उन्होंने कहा कि सरकार श्रमिकों को घर पहुंचाएगी और उनको रोजगार भी उपलब्ध करवाएगी।