हालांकि प्रियंका ने 13 वर्ष की उम्र में भाषण देकर अपनी इस छवि को देशभर में साबित भी कर दिया, लेकिन फिर राजनीति से दूरी बना ली। खास बात यह है कि इस छोटी सी उम्र में ही प्रियंका ने अपने लिए दूल्हा ढूंढ लिया था।
किसी फिल्म से कम नहीं है गांधी परिवार की इस परी की प्रेम कहानी। आईए उनके जन्मदिन पर जानते हैं आखिर कैसे हुई रॉबर्ट और प्रियंका की मुलाकात और कैसे बनी शादी की बात।
दुनियाभर में हमारे देसी टीके का डंका, इन 10 देशों ने की मेड इन इंडिया वैक्सीन की डिमांड 13 की उम्र में हुई पहली मुलाकात
प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की पहली मुलाकात 13 साल की उम्र में हुई थी। रॉबर्ट को सबसे अच्छी बात प्रियंका में जो लगी थी वो थी उनकी सादगी।
प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की पहली मुलाकात 13 साल की उम्र में हुई थी। रॉबर्ट को सबसे अच्छी बात प्रियंका में जो लगी थी वो थी उनकी सादगी।
इसके बाद धीरे-धीरे दोनों की बातचीत शुरू हो गई और दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता गया। ऐसे हुआ प्यार का इजहार
प्रियंका की दिलचस्पी भी धीरे-धीरे रॉबर्ट में बढ़ने लगी थी। देखते ही देखते दोनों के रिश्ते मजबूत हो गए और दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई।
प्रियंका की दिलचस्पी भी धीरे-धीरे रॉबर्ट में बढ़ने लगी थी। देखते ही देखते दोनों के रिश्ते मजबूत हो गए और दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई।
रॉबर्ट की मानें तो जब वह ब्रिटिश स्कूल में साथ पढ़ते थे तो उन्हें लगता था कि प्रियंका उन्हें पसंद करती है। रॉबर्ट खुद भी प्रियंका को पसंद करते थे, यही वजह थी दोनों के बीच बातचीत अब प्यार में बदल रही थी और दोनों और ज्यादा करीब आ रहे थे।
जब प्रपोज की बारी आई तो ये पारंपरिक तरीके से नहीं किया गया था। बल्कि दोनों ने बड़े ही मैच्योर तरीके से एक दूसरे को अपनी पसंद बताई और साथ निभाने का वादा किया।
काफी समय तक छिपा कर रखी प्यार की बात
रॉबर्ट वाड्रा एक कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखते थे, जबकि प्रियंका का परिवार देश के बड़े परिवारों में से एक था। ऐसे में रॉबर्ट नहीं चाहते थे कि उनके और प्रियंका के प्यार की खबरें सार्वजनिक हों। उन्हें लगता था कि लोग उनके रिश्ते को ठीक से समझ नहीं पाए तो ये बात गलत तरीके से फैलने लगेगी।
रॉबर्ट वाड्रा एक कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखते थे, जबकि प्रियंका का परिवार देश के बड़े परिवारों में से एक था। ऐसे में रॉबर्ट नहीं चाहते थे कि उनके और प्रियंका के प्यार की खबरें सार्वजनिक हों। उन्हें लगता था कि लोग उनके रिश्ते को ठीक से समझ नहीं पाए तो ये बात गलत तरीके से फैलने लगेगी।
रॉबर्ट के लिए परिवार को किया राजी
प्रियंका रॉबर्ट के साथ अपना आगे का जीवन देख रही थीं, लिहाजा उन्होंने परिवार को भी इस बात की जानकारी दी। बताया जाता है कि पहले गांधी परिवार राजी नहीं था, लिहाजा फिल्मी स्टाइल में प्रियंका ने भी अपने परिवार को रॉबर्ट के लिए राजी किया।
प्रियंका रॉबर्ट के साथ अपना आगे का जीवन देख रही थीं, लिहाजा उन्होंने परिवार को भी इस बात की जानकारी दी। बताया जाता है कि पहले गांधी परिवार राजी नहीं था, लिहाजा फिल्मी स्टाइल में प्रियंका ने भी अपने परिवार को रॉबर्ट के लिए राजी किया।
शादी के बंधन में बंधे दोनों
आखिरकार वो दिन आ ही गया, जब प्रियंका और रॉबर्ट दोनों विवाह के बंधन में बंधे। वर्ष 1997 में 18 फरवरी को दोनों ने शादी कर ली। प्रियंका गांधी और और रॉबर्ट वाड्रा की शादी बेहद सफल रही।
आखिरकार वो दिन आ ही गया, जब प्रियंका और रॉबर्ट दोनों विवाह के बंधन में बंधे। वर्ष 1997 में 18 फरवरी को दोनों ने शादी कर ली। प्रियंका गांधी और और रॉबर्ट वाड्रा की शादी बेहद सफल रही।
दोनों के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी। 29 अगस्त 2000 को प्रियंका ने पहले बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम रेहान (बेटा) है। वहीं 24 जून 2002 को प्रियंका के दूसरे बच्चे मिराया (बेटी) का जन्म हुआ।
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प्रियंका हर वक्त रॉबर्ट की ढाल की तरह उनकी ओर आने वाली मुसाबतों के सामने खड़ी रहीं। फिर चाहे वो बिजनेस की परेशानियां हों, परिवार की देखभाल हो, बच्चों की परवरिश हो या फिर ईडी की ओर से रॉबर्ट की परेशानियां…प्रियंका ने हर मौके पर रॉबर्ट के डंट कर मुकाबला किया।
प्रियंका हर वक्त रॉबर्ट की ढाल की तरह उनकी ओर आने वाली मुसाबतों के सामने खड़ी रहीं। फिर चाहे वो बिजनेस की परेशानियां हों, परिवार की देखभाल हो, बच्चों की परवरिश हो या फिर ईडी की ओर से रॉबर्ट की परेशानियां…प्रियंका ने हर मौके पर रॉबर्ट के डंट कर मुकाबला किया।
जब ईडी ने समन भेजकर पूछताछ के लिए रॉबर्ट को बुलाया तो प्रियंका खुद उन्हें छोड़ने और लेने ईडी के दफ्तर पहुंची। उनकी इस बात ने हर किसी को साफ संदेश दिया कि वे हर वक्त रॉबर्ट की ओर आने वाली दिक्कतों की दीवार बनकर खड़ी रहेंगी।