जानकारी के मुताबिक, राधाकृष्ण किशोर टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे। लिहाजा, उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़कर आजसू का दामन थाम लिया है। बताया जा रहा है कि राधाकृष्ण अब आजसू के टिकट पर छतरपुर से चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने खुद उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। आजसू का दामन थामने के बाद राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि पहले वो फूल के साथ थे, अब फल के साथ हो गये हैं।
राधाकृष्ण किशोर के आजसू में शामिल होने के बाद अब छतरपुर सीट पर भी बीजेपी और आजसू के उम्मीदवार आमने-सामने होंगे। बीजेपी ने यहां उनका टिकट काटकर पुष्पा देवी को उम्मीदवार बनाया है। गौरतलब है कि इससे पहले राधाकृष्ण किशोर कांग्रेस, आरजेडी और जदयू में रहते हुए अपनी राजनीति चमका चुके हैं। अब देखना यह है कि आजसू में आने के बाद वो यह सीट जीत पाते हैं या फिर बीजेपी यहां बाजी मारने में कामयाब होती है।