आपको सुनने यहां आया हूं- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने HAL कर्मचारियों के बीच पहुंचकर कहा कि ‘मैं यहां आपसे यह सुनने के लिए आया हूं कि इस सामरिक संपत्ति (HAL) को और अधिक प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है और आप जिन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान कैसे हो सकता है?’
सरकार ने HAL के कर्मचारियों का अपमान किया
राहुल गांधी ने HAL के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘HAL समेत सभी सार्वजनिक क्षेत्र आधुनिक भारत के मंदिर हैं और हम इन्हें बर्बाद करने की अनुमति नहीं दे सकते। अगर कोई सोचता है कि वो आपको दांव पर लगाकर अपने भविष्य को बना सकता है, तो इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है। हम आपके भविष्य के लिए लड़ने जा रहे हैं। सरकार ने HAL के कर्मचारियों का अपमान किया है।
कांग्रेस नेता का केंद्र पर हमला धरना स्थल पर झारखंड के पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी भाषण की शुरुआत करते हुए केंद्र सरकार और रिलायंस पर निशाना साधा। के एन त्रिपाठी ने कहा कि एचएएल ने 78 वर्षों से देश तकनीकों को सुरक्षित रखा। आज ब्रह्मोस तकनीक की चोरी की घटना प्रकाश में आई। क्या निजी क्षेत्र रफाल डील में शामिल करना देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नही है।
राहुल गांधी को कर्मचारी संघ से झटका इस पहले खबर आ रही थी कि राहुल गांधी को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड कर्मचारी संघ ने मिलने से इनकार कर दिया। कर्मचारी एसोसिएशन ने कहा है कि रफाल सौदा न होने से दुख तो जरूर है लेकिन हम राहुल गांधी से नहीं मिलेंगे। संघ के सदस्यों का कहना है कि वे सरकारी कर्मचारी हैं और किसी सरकारी कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकते हैं। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि लगभग 200 एचएएल कर्मी मिंस्क स्क्वायर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। कांग्रेस का कहना है कि प्रदर्शन के लिए पुलिस व अन्य संबंधित एजेंसियों से अनुमति ली जा चुकी है। बेंगलूरु में धरना देने की जानकारी देते हुए ट्वीट करते हुए लिखा, ” एचएएल भारत की रणनीतिक संपत्ति है। भारत के एयरोस्पेस उद्योग का भविष्य रफाल को एचएएल से छीनकर और अनिल अंबानी को सौंपकर बर्बार कर दिया गया है।
संघ ने जताई निराशा कर्मचारी संघ भले ही एचएएल कर्मचारी संघ ने राहुल गांधी से मिलने से इनकार किया है लेकिन रफाल सौदे में ऑफसेट ठेका नहीं मिलने पर निराशा जताई है। एचएएल कर्मचारी संघ के महासचिव सूर्यदेवराय चंद्रशेखर ने कहा कि वे इस संदर्भ में संघ की ओर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करेंगे कि एमएमआरसीए सौदे (110 विमानों की खरीदारी) में एचएएल को नजरअंदाज नहीं किया जाए।