पटना के चीना कोठी दलित बस्ती में रविशंकर प्रसाद ने सुनीं दलितों की समस्याएं
गौरतलब है कि बाबा साहब के 127 वीं जयंती के मौके पर रविशंकर प्रसाद, बिहार के मंत्री नंदकिशोर यादव, और स्थानीय विधायक संजीव चौरसिया एवं नितिन नवीन के साथ पटना के चीना कोठी दलित बस्ती गए। इस दौरान सभी ने लोगों की समस्याएं सुनीं। इससे पहले रविशंकर प्रसाद ने बाबा साहब की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और लकड़ी से बनने वाले एक पुल की नींव रखी। इसके बाद रविशंकर प्रसाद पांच सितारा होटल में दिन का भोजन करने के लिए चले गए। हालांकि नंदकिशोर यादव और भाजपा विधायक संजीव चौरसिया और नितिन नवीन ने दलितों के साथ भोजन किया। इस घटनाक्रम के बाद विवाद बढ़ गया।
बिहार: ‘दीन बचाओ-देश बचाओ’ सम्मेलन में उमड़ा लोगों का हूजुम, सांप्रदायिकता के खिलाफ उठी आवाज
विवाद ने कैसे पकड़ा तूल
गौरतलब है कि इस घटनाक्रम से उपजे विवाद उस वक्त और ज्यादा बढ़ गया जब रविशंकर प्रसाद दलितों की बस्ती में भोजन करने के बजाए पांच सितारा होटल में दलितों के साथ दिन का भोजन किया। सोशल मीडिया में तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। विपक्षी दलों ने इसे दलितों का अपमान और भाजपा का दलितों के प्रति झूठा प्रेम बताया। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘पटना के ‘चीना कोठी दलित टोला’ में गरीब दलितों के यहाँ खाना ठुकराने के बाद पाँच सितारा होटल पहुँच छोले-भटूरे खाकर अंबेडकर जयंती पर दलित सशक्तिकरण करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद।’
रविशंकर प्रसाद का तेजस्वी को जवाब
वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर तेजस्वी यादव से पूछा कि ‘पूरे बिहार से आयी डिजिटल साक्षर SC/ST बहनों और बेटियों को अंबेडकर जयंती के दिन पटना में सम्मानित किया और उनके साथ भोजन किया. क्या ऐसी ग़रीब SC/ST बहनों को मेरे साथ बड़े होटल में भोजन करने का अधिकार नहीं है? ये मेरा सौभाग्य है कि मैंने उनका सत्कार किया और उनके साथ भोजन किया।’