शहर में शनिवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंजुनाथ ने कहा कि अब हर तरफ हासन के उस नेता के सेक्स स्कैंडल की चर्चा हो रही है। जो लोग उसके जाल में फंस गए हैं वे गरीब हैं और झाडू-पोछा लगाने वाले हैं। इतना ही नहीं इसके लिए एक महिला पुलिस का भी इस्तेमाल किया गया है। प्रताडि़त महिलाएं बेबस होने से शिकायत करने से भी डरत रही हैं। इसके चलते सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत माता की रक्षक होने का दावा करने वाली भाजपा इस मुद्दे पर अपना मुंह बंद रखे हुए है। राजनीतिक लाभ के लिए अन्याय शिकार हुई उन महिलाओं के समर्थन में नहीं बोलना क्या सही है। शिवमोग्गा में भी हिंदू शेर कहलाने वाले पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा भी हासन में सैकड़ों हिंदू महिलाओं का यौन उत्पीडऩ करने के बाद भी चुप्पी साधे हुए है।
सेक्स स्कैंडल में कुछ सहमति से बने रिश्ते और कुछ जबरन बनाए गए रिश्ते हो सकते हैं परन्तु क्या निजी दृश्यों को वीडियोग्राफी करके रखा जा सकता है? इससे संबंधित महिलाओं के परिजनों को सामाजिक अपमान झेलना पड़ रहा है। अगर कोई हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार है। सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।