हमारी कोई महत्वाकांक्षा नहीं हैः नायडू बैठक के लिए सभी को एकजुट करने वाले चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं को पर गंभीर संकट बताया। उन्होंने कहा, ‘हमने कई दूसरे दलों के नेताओं से भी बात की है। हम देश के भविष्य के लिए एक प्रोग्राम बनाना चाहते हैं। चुनावी एजेंडा की बात को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, हमें सीटें नहीं चाहिए। जो भी भाजपा विरोधी पार्टियां हैं वे आज मिली हैं।’ हालांकि फेडरल फ्रंट की चर्चाओं के बीच नायडू ने यह भी कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे।
अब्दुल्ला ने ‘कॉमन मिनिमम प्रोग्राम’ पर चलेंगे बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए देश के कद्दावर नेताओं में शुमार शरद पवार ने कहा, ‘चंद्रबाबू ने सुझाव दिया कि हम सभी को मिलकर देश और लोकतंत्र को बचाने पर चर्चा करनी चाहिए। इस मुलाकात का यही उद्देश्य था। हमारा मिशन देश और लोकतंत्र को बचाने का है।’ वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस समय देश के हालात मुश्किल हैं और लोकतंत्र खतरे में है। अब्दुल्ला ने कहा कि इस खतरे से निपटने के लिए ही यह बैठक हुई है।