कांग्रेस इसकी शिकायत भारत निर्वाचन आयोग से करने के साथ ही थाने में भी जुर्म दर्ज कराएगी। उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। तपस्या भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि एक ऑडियो क्लिपिंग जारी होने से पता चला कि देश में मूल्यों, सुचिता व भगवान राम की बात करने वाली पार्टी की हकीकत क्या है। ऑडियो में चिंतामणी को पद का प्रलोभन देने की बात की गई है।
देश में एक परम्परा है कि संत-महात्मा को एक महत्वपूर्ण स्थान देते हैं, लेकिन वे भी रुपए के आदान-प्रदान में शामिल है, यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है। इस मामले से यह स्पष्ट हो गया कि किस प्रकार रामदयाल उइके को भी प्रलोभन देकर पार्टी में शामिल कराया गया है। यह राजनीतिक सच्चाई सरगुजा में भी सामने आई। विकास की गाथा की बात कर चुनाव लडऩे की हकीकत धरातल पर आ गई है।
कई विधायकों ने बताई हैं प्रलोभन देने की बात
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कई कांग्रेस के विधायकों ने बताया कि उन्हें भाजपा के कई बड़े नेता प्रलोभन देने का भी प्रयास कर रहे हैं। कई बड़े नाम हैं जिसे अभी मैं बताना नहीं चाहता हूं। यह अंतिम अवसर है, इसके बावजूद वे नहीं माने तो मैं जल्द ही नाम भी उजागर करूंगा।
चुनाव आयोग में करेंगे शिकायत
नेता प्रतिपक्ष ने कहा अभी शिकायत नहीं की है, लेकिन रायपुर में इस संबंध में चर्चा हुई है। निर्वाचन आयोग में इसकी शिकायत की जाएगी। निर्वाचन आयोग को संबंधित ऑडियो की फांरेसिंक जांच करवाकर जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा अभी शिकायत नहीं की है, लेकिन रायपुर में इस संबंध में चर्चा हुई है। निर्वाचन आयोग में इसकी शिकायत की जाएगी। निर्वाचन आयोग को संबंधित ऑडियो की फांरेसिंक जांच करवाकर जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए।
सीएम को दर्ज करानी चाहिए एफआईआर
सीएम द्वारा कम्बल वाले बाबा के भाजपा से संबंध नहीं होने की बात करने पर नेता प्रतिपक्ष ने हमला करते हुए कहा कि सीएम का यह कहना कि भाजपा से बाबा का कोई संबंध नहीं है। इससे अच्छा उन्हें नैतिकता के नाते यह निर्देश देना चाहिए कि तत्काल कंबल वाले खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए।
जमीन कम्बल वाले बाबा ने खरीदा
लुण्ड्रा विधायक चिंतामणी महाराज ने कहा कि जिस जमीन की बात हो रही है वह गृहमंत्री की जमीन है। इसकद्ध कीमत 20 करोड़ हैं। इसे कम्बल वाले बाबा ने 1 करोड़ रुपए में खरीदा है। इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कम्बल वाले बाबा तो यहां तक कह रहे हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता वे भाजपा के कट्टर समर्थक हैं।
चिंतामणी महाराज ने कहा कि गृहमंत्री से वे एक संस्था के लिए सहयोग मांगने गए थे लेकिन उन्होंने भी भाजपा में शामिल होने की बात कही और सहयोग करने से मना कर दिया था।