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मोदी-शाह-योगी और नड्डा के धुआंधार प्रचार के बाद भी सत्ता की पहुंच से दूर क्यों है बीजेपी?

BJP इंटरनल सर्वे में बड़ा खुलासा
आप की दुबारा सत्ता में वापसी आसान नहीं
सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है बीजेपी

Feb 05, 2020 / 02:20 pm

Dhirendra

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नई दिल्ली। गुरुवार शाम को दिल्ली विधानसभा चुनाव का चुनाव प्रचार थम जाएगा। प्रचार के लिए अब मुश्किल से 30 घंटे बचे हैं। ऐसे में बीजेपी का पूरा फोकस अब चुनावी माइक्रो मैनेजमेंट पर है। लेकिन अब चर्चा इस बात की भी है क्या पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आक्रमक प्रचार के बाद भी बीजेपी सरकार बनाने का दावा क्यों नहीं कर पा रही है? अगर इस बात में दम है तो क्या यह मान लिया जाए कि बीजेपी के टाॅप नेता अभी तक दिल्ली वालों का मूड नहीं समझ पाए हैं।
हालांकि इस मुद्दे पर बीजेपी के अधिकांश नेता अलग राय रखते हैं। पहले गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष नड्डा और उसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आैर की रैलियों ने जहां दिल्ली के चुनावी माहौल को बदलने का काम किया किया है। एेसा मानने वाले नेताआें को कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों के बाद माहौल बीजेपी के पक्ष में बनता दिखने लगा है।
इस दावे के पीछे पार्टी का एक इंटरनल सर्वे है जो सोमवार को ईस्ट दिल्ली में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के ठीक बाद दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में करवाया गया था। इस सर्वे के नतीजों के आधार पर कहा जा रहा है कि शाहीन बाग, सर्जिकल स्ट्राइक, बाटला हाउस जैसे मुद्दों पर मोदी ने जिस तरह खुलकर अपनी बात सामने रखी है, उसका लोगों पर काफी असर पड़ता दिख रहा है।
शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल से कुछ दूर हवा में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक वह आम आदमी पार्टी (आप) का सदस्य है। घटनास्थल से ही दबोचे गए आरोपी कपिल तस्वीर में पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और कालकाजी से उम्मीदवार आतिशी के साथ दिख रहा है। यह उस वक्त की तस्वीर है। जब 2019 में उसने आप की सदस्यता ली थी। 8 फरवरी को होने जा रहे चुनाव से पहले दिल्ली की राजनीति में इससे भूचाल आने की आशंका है।
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोदी की रैली से पहले जितने भी सर्वे कराए गए थे उनमें बीजेपी दिल्ली में आप को टक्कर देती तो दिख रही थी, लेकिन नतीजे आप के ही पक्ष में झुकते दिख रहे थे। पहले योगी आदित्यनाथ और फिर मोदी की रैलियों के बाद से मुकाबला कांटे का हो गया है और नतीजे अब बीजेपी के पक्ष में झुकते नजर आने लगे हैं। सबसे खास यह है कि सर्वे में कई सीटों पर कांग्रेस बाजी मारती नजर आ रही है।
सर्वे में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि दिल्ली चुनाव में भड़काऊ बयान देनेवाले बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और प्रवेश सिंह वर्मा पर चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई की है। आयोग ने दोनों को तत्काल प्रभाव से प्रचारकों की लिस्ट से निकालने का निर्देश पार्टी को दिया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के बयानों की काफी आलोचना हो रही थी। चुनाव आयोग ने शिकायत के बाद सख्त कार्रवाई की।
इंटरनल बीजेपी को 27 सीटें
सोमवार को देर शाम कराए गए सर्वे में बीजेपी को जहां 27 सीटें मिलती दिख रही हैं वहीं आप को 26 और कांग्रेस को 8 से 9 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि बाकी कि सीटों पर मुकाबला बेहद कड़ा देखने को मिल रहा है और नतीजे किसी के भी पक्ष में जा सकते हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक यह सर्वे सोमवार की रैली के बाद जबकि पीएम मोदी ने मंगलवार की शाम को भी वेस्ट दिल्ली के द्वारका इलाके में भी एक और बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया है। उस रैली के बाद माहौल के और बदलने की संभावना जताई जा रही है। खासतौर से वेस्ट दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में बीजेपी की स्थिति और सुधरने की उम्मीद है।
सर्वे में बीजेपी के लिए सबसे चिंताजनक जो बात सामने आई है वो यह है कि करीब एक दर्जन सीटों पर पार्टी तीसरे नंबर पर आई है। इनमें मुस्लिम बहुल इलाकों के अलावा कुछ रिजर्व सीटें और कुछ ऐसी सीटें भी शामिल हैं, जहां आम आदमी पार्टी के बड़े लीडर्स मैदान में उतारे हैं। इन सीटों पर मुकाबला काफी कड़ा रहने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को हुई पीएम की रैली के बाद एक और सर्वे कराया जाएगा, जिससे स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी और उसके आधार पर पार्टी अगले तीन-चार दिनों में उन इलाकों में और ज्यादा काम करने की कोशिश करेगी। जहां थोड़ी सी मेहनत और करने से परिणाम बीजेपी के पक्ष में आने की उम्मीद बन सकती है।

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