अटल बिहारी को भाया था थेवा आर्ट से बना कमल का फूल
-वर्ष 1989 में चुनावी सभा के लिए आए थे प्रतापगढ़
प्रतापगढ़. देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम को दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से देश-प्रदेश सहित प्रतापगढ़ जिले में भी शोक की लहर दौड़ गई। अटल बिहारी वर्ष 1989 में प्रतापगढ़ आए थे। उन्होंने यहां गांधी चौराहे पर वर्तमान मंत्री और उस समय सांसद का चुनाव लड़ रहे नंदलाल मीणा की चुनावी सभा को सम्बोधित किया था।
जॉकिट की शोभा बना थेवा आर्ट
अटल बिहारी के प्रतापगढ़ आने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रामनिवास सोनी और बंशीलाल बाहेती ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर रामनिवास सोनी ने अटल बिहारी को थेवा आर्ट से बना कमल का फूल भेंट किया। जिसे अटल ने अपनी जॉकिट पर लगाया।
आत्मीयता से मिले
सोनी ने बताया कि अटल बिहारी काफी सह्दय व्यक्तित्व के धनी थे। प्रतापगढ़ आने पर वे सभी लोगों से बड़ी आत्मीयता से मिले।
मेवाड़ी पगड़ी बनी सिर की शान
अटल बिहारी सडक़ मार्ग से चित्तौडगढ़़ रोड से प्रतापगढ़ आए थे। छोटीसादड़ी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें मेवाड़ी पगड़ी पहनाई। जिसे अटल बिहारी ने प्रतापगढ़ से वापस जाने तक पहने रखा और मेवाड़ी पगड़ी उनके सिर की शान बनी रही।
आदिवासी क्षेत्र के विकास पर दिया जोर
अटल बिहारी ने चुनावी सभा में आदिवासी क्षेत्र के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों के उत्थान के लिए अथक प्रयास करेगी। यह चुनावी सभा निर्णायक साबित हुई और नंदलाल मीणा यह चुनाव जीते।
-वर्ष 1989 में चुनावी सभा के लिए आए थे प्रतापगढ़
प्रतापगढ़. देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम को दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से देश-प्रदेश सहित प्रतापगढ़ जिले में भी शोक की लहर दौड़ गई। अटल बिहारी वर्ष 1989 में प्रतापगढ़ आए थे। उन्होंने यहां गांधी चौराहे पर वर्तमान मंत्री और उस समय सांसद का चुनाव लड़ रहे नंदलाल मीणा की चुनावी सभा को सम्बोधित किया था।
जॉकिट की शोभा बना थेवा आर्ट
अटल बिहारी के प्रतापगढ़ आने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रामनिवास सोनी और बंशीलाल बाहेती ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर रामनिवास सोनी ने अटल बिहारी को थेवा आर्ट से बना कमल का फूल भेंट किया। जिसे अटल ने अपनी जॉकिट पर लगाया।
आत्मीयता से मिले
सोनी ने बताया कि अटल बिहारी काफी सह्दय व्यक्तित्व के धनी थे। प्रतापगढ़ आने पर वे सभी लोगों से बड़ी आत्मीयता से मिले।
मेवाड़ी पगड़ी बनी सिर की शान
अटल बिहारी सडक़ मार्ग से चित्तौडगढ़़ रोड से प्रतापगढ़ आए थे। छोटीसादड़ी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें मेवाड़ी पगड़ी पहनाई। जिसे अटल बिहारी ने प्रतापगढ़ से वापस जाने तक पहने रखा और मेवाड़ी पगड़ी उनके सिर की शान बनी रही।
आदिवासी क्षेत्र के विकास पर दिया जोर
अटल बिहारी ने चुनावी सभा में आदिवासी क्षेत्र के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों के उत्थान के लिए अथक प्रयास करेगी। यह चुनावी सभा निर्णायक साबित हुई और नंदलाल मीणा यह चुनाव जीते।