कौओं के मरने का सिलसिला जारी
प्रतापगढ़. जिले में गत दिनों एमपी सीमा से सटे गांव नानणा में बर्ड फ्लू से पांच कौओं की मौत के बाद अन्य इलाकों में लोगों में बर्ड फ्लू को लेकर दशहत है। ऐसे में पशुपालन विभाग और वन विभाग भी सावचेत है। वहीं दूसरी ओर शहर समेत गांवों में कौओं के मरने का सिलसिला जारी है। जिससे लोगों में चिंता है।
कौओं के मरने का सिलसिला जारी
-बर्ड फ्लू की आशंका से लोगों में दहशत
=वन विभाग और पशुपालन विभाग सावचेत
प्रतापगढ़. जिले में गत दिनों एमपी सीमा से सटे गांव नानणा में बर्ड फ्लू से पांच कौओं की मौत के बाद अन्य इलाकों में लोगों में बर्ड फ्लू को लेकर दशहत है। ऐसे में पशुपालन विभाग और वन विभाग भी सावचेत है। वहीं दूसरी ओर शहर समेत गांवों में कौओं के मरने का सिलसिला जारी है। जिससे लोगों में चिंता है।
गौरतलब है कि जिले में ६ जनवरी को नानणा गांव में पांच कौए मृत पाए गए थे। इस पर पशुपालन विभाग और वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जहां से सैंपल लिए गए। जांच के लिए भोपाल भिजवाए गए थे। इनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इस पर विभाग की ओर से जिले में लोगों को सावचेत किया गया था। इसके साथ ही जिले में जलाशयों और पॉल्ट्री फार्म पर सैंपल लिए गए थे। इनको जांच के लिए जयपुर लैब में भिजवाए गए है। जहां से रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं बाद में शहर में कई स्थानों पर एक-एक कौए मृत मिले थे। इससे लोगों में दहशत है।
शहर के तलाई मोहल्ला पर भी रविवार को एक कौआ मृत पाया गया। इससे लोगों में दहशत हो गई। लोगों ने बताया कि एक कौआ अचानक जमीन पर गिर गया। जो बीमार लग रहा था। यह रविवार सुबह मृत पाया गया।
सालमगढ़.
सालमगढ़ क्षेत्र में बर्ड फ्लू की आशंका गहरा गई है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पिछले 2 दिनों से में दो कौए मृत मिले है। एक बीमार कौवे की खबर मिलने पर वनपाल नारायणलाल मीणा, वनरक्षक दीपक मीणा मौके पर पहुंचे। जहां एक कौआ घायल अवस्था में मिला। इसे सैंपल के लिए प्रतापगढ़ ले जाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि यहां दो दिन पूर्व भी एक बीमार कौवा मिला था जिसकी मृत्यु हो गई।
….. टांडा में कुएं की मरम्मत की मांग
चूपना.
चूपना गांव के पास टाण्डा गांव में नदी के पास सार्वजनिक कुए की मरम्मत और सफाई की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी के पास होने पर नदी के तेज बहाव के कारण कुएं की मुंडेर क्षतिग्रस्त हो गई है। नदी का मलबा भी कुएं में गिर गया है। जिसके कारण पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल संकट गहराने लगा है। ऐसे में कुएं की सफाई व पाल निर्माण की मांग होने से समस्या का समाधान हो सकेगा।