मच्छरजनित रोगों की रोकथाम के प्रभावी उपाय करें
प्रतापगढ़. जिला कलक्टर भंवरलाल मेहरा ने सोमवार को स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली सहित महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि वे मौसमी बीमारियों और मच्छरजनित रोगों की रोकथाम के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और कहा कि डीडीटी का छिडक़ाव एवं कोर्मिंग गतिविधियां बढ़ाए। उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक केंद्रों एवं चिकित्सा संस्थानों में भी प्रर्याप्त दवांदयां रखे और सभी चिकित्सा कार्मिकों को मुख्यालय पर रहकर कार्य करने एवं पूर्वानुमति के मुख्यालय नहीं छोडऩे के निर्देश भी दिए। उन्होंने बीमारी से पूर्व बचाव के उपाय करने तथा ग्राम पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधि से समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियंता को शुद्ध पेयजल सप्लाई करने, पानी के नियमित नमूने लेने एवं जल शुद्धिकरण करने के निर्देश दिये। सार्वजनिक निर्माण, बिजली आदि विभागों की समीक्षा भी की। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि राजस्थान में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही जिले में भी आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। इसलिए किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में भाग नहीं लें। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी वी के जैन, पीएमओ डॉ. राधेश्याम कच्छावा, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता आईआर मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के हरीकृष्ण, समन्वयक सचिन शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक जेपी चांवरिया आदि मौजूद रहे।
प्रतापगढ़. जिला कलक्टर भंवरलाल मेहरा ने सोमवार को स्वास्थ्य, पेयजल, बिजली सहित महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि वे मौसमी बीमारियों और मच्छरजनित रोगों की रोकथाम के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और कहा कि डीडीटी का छिडक़ाव एवं कोर्मिंग गतिविधियां बढ़ाए। उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक केंद्रों एवं चिकित्सा संस्थानों में भी प्रर्याप्त दवांदयां रखे और सभी चिकित्सा कार्मिकों को मुख्यालय पर रहकर कार्य करने एवं पूर्वानुमति के मुख्यालय नहीं छोडऩे के निर्देश भी दिए। उन्होंने बीमारी से पूर्व बचाव के उपाय करने तथा ग्राम पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधि से समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियंता को शुद्ध पेयजल सप्लाई करने, पानी के नियमित नमूने लेने एवं जल शुद्धिकरण करने के निर्देश दिये। सार्वजनिक निर्माण, बिजली आदि विभागों की समीक्षा भी की। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि राजस्थान में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही जिले में भी आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। इसलिए किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में भाग नहीं लें। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी वी के जैन, पीएमओ डॉ. राधेश्याम कच्छावा, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता आईआर मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के हरीकृष्ण, समन्वयक सचिन शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक जेपी चांवरिया आदि मौजूद रहे।