दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन
प्रतापगढ़. बाल श्रम उन्मूलन परियोजना के तहत परिवारों की सेलिब्रेङ्क्षटग मोड्यूल पर दो दिवसीय कार्यशाला का समापन किया गया। कट््स मानव विकास केंद्र की ओर से आयोजित कार्यशाला में सुहागपुरा पंचायत समिति के लिम्बोदी एवं कटारों का खेड़ा गांव से परिवारों ने भाग लिया। कार्यक्रम समन्वयक कमलेश जांगिड़ ने बताया कि इस कार्यशाला में बच्चों के परवरिश का तरीका और परिवारों में स्नेह और संगठित करने पर प्रशिक्षण दिया गया। जिससे परिवारों में बच्चों के लिए एक स्नेहात्मक और सहयोगात्मक वातावरण बनाया जाए। जिससे बच्चो में धार्मिक, बौद्धिक एवं सांस्कृतिक रूप से विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने बताया कि हमारे परिवार में एकजुट रहकर और एक दूसरे को माफी और धन्यवाद देते हुए एक-दूसरे के प्रति दयालुता दिखाकर परिवारों में होने वाली आपसी कलह एंव मतभेद को मिटाकर एक अच्छा परिवार बनाया जा सकता हैं। बच्चो को सुरक्षित वातावरण दिया जा सकता हैं। कट््स के एमआईएस समन्वयक मुकेश ङ्क्षसघल ने कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों को परिवार को सामाजिक संस्था बताते हुए कहा कि एक बच्चा अपने जीवन में सबसे करीब परिवार के साथ रहता है। परिवार के द्वारा ही उसको संस्कार और समाजीकरण की प्रक्रिया होती है। परिवार के द्वारा ही उसका आध्यात्मिक विकास तय होता है। परिवार में हम किसी त्यौहार और आयोजन पर एक होते है। परन्तु हम हमारे परिवार को रोजमर्रा की जिन्दगी में भी पर्व के रूप मना सकते है। रामगिरी स्वामी ने भी परिवार को अध्यात्मिक केंद्र मानते हुए बताया कि धर्म और रीति-रिवाजों को लागू करना भी परिवार की ही जिम्मेदारी होती है।