scriptयूरिया वितरण पर नजर: मुखबिरी से कालाबाजारी पर अंकुश का प्रयास | Eye on urea distribution: efforts to curb black marketing through info | Patrika News
प्रतापगढ़

यूरिया वितरण पर नजर: मुखबिरी से कालाबाजारी पर अंकुश का प्रयास

Eye on urea distribution: efforts to curb black marketing through informers

प्रतापगढ़Nov 26, 2022 / 07:55 am

Devishankar Suthar

यूरिया वितरण पर नजर: मुखबिरी से कालाबाजारी पर अंकुश का प्रयास

यूरिया वितरण पर नजर: मुखबिरी से कालाबाजारी पर अंकुश का प्रयास


गोदाम में यूरिया होने की और संबंधित गांव में यूरिया पहुंचने की दे रहे सूचना

प्रतापगढ़. जिले में खाद की कालाबाजारी पर प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से अंकुश की कवायद की जा रही है। इसक लिए जहां मुखबिर लगाए गए है वहीं यूरिया का वितरण कृषि विभाग की देखरेख में किया जा रहा है। गत दिनों सहकारी समितियों में डीएपी, एनपीके और यूरिया की आपूर्ति नहीं की गई। बाजार में भी यूरिया की कृत्रिम कमी बताई गई। इसका फायदा उठाते हुए कई निजी दुकानदारों ने गोदाम भरकर रखे। जिसमें आवश्यकता होने पर अधिक रेट में यूरिया, एनपीके और डीएपी के बैग बेचे थे। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ा। इसे देखते हुए गत सप्ताह से ही कृषि विभाग ने जहां खाद के दुकानदार है, वहां पर मुखबिर लगा दिए है। जिससे विभाग को कालाबाजारी को लेकर सूचनाएं मिलने लगी है। जिससे अब कृषि विभाग की कार्रवाई होने लगी है। इसके साथ ही जहां भी खाद पहुंचता है। वहां पर कृषि विभाग के कर्मचारी की देखरेख में ही खाद का वितरण होने लगा है। ऐसे में कालाबाजारी पर काफी हद तक अंकुश लग रहा है। अरनोद में किसानों को राहत
अरनोद. कस्बे समेत क्षेत्र में किसानों को यूरिया मिलने लगा है। इससे किसानों को कुछ राहत मिली है। जबकि एक सप्ताह पहले तक यहां खाद नहीं मिलने से किसानों को अधिक दामों में खाद लेना पड़ रहा था। सबसे अधिक शिकायतें गौतमेश्वर रोड पर डीलरों के यहां से मिली थी। इस पर कृषि विभाग की ओर से कार्रवाई करते हुए गोदाम खुलवाए और किसानों को निर्धारित मूल्य पर खाद वितरण कराया गया। वहीं अब क्षेत्र की सहकारी समितियों में भी खाद पहुंचने लगा है। जिससे किसानों को राहत मिलने लगी है।
जिले में उर्वरक की स्थिति
उर्वरक उपलब्ध
यूरिया ८७१.७७
डीएपी २०७.९५
एसएसपी ४९५०.४६
एमओपी १८४.१५
एनपीके २४४.१५
अन्य ३५.८५
कुल ६४९४.३३
(आंकड़े कृषि विभाग के अनुसार मीट्रिक टन में)
अब समितियों में भी पहुंचने लगा खाद
जिले में एक तरफ जहां बाजार में खाद वितरण कृषि विभागीय देखरेख में किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सहकारी समितियों में भी खाद पहुंचने लगा है। जिससे किसानों को निर्धारित मात्रा में वितरण किया जाने लगा है। इसके साथ ही समितियों में कृषि विभाग के कर्मचारी की उपस्थिति में खाद का वितरण किया जा रहा है।
जिले में गत दो माह से मांग के आधार पर खाद की आपूर्ति हो रही है। हालांकि सहकारी समितियों में खाद की आपूर्ति नहीं हुई थी। ऐेसे में शुरुआत में खाद की कमी बताकर कालाबाजारी की शिकायतें मिली थी। इस पर विभाग ने कई दुकानों पर गोदामों पर यूरिया की आपूर्ति कराना शुरू किया। इसके साथ ही मुखबिर भी लगाए गए है। जो समय-समय पर खाद की स्थिति के बारे में सूचना दे रहे है। जिससे अब स्थिति नियंत्रण में है। सभी जगहों पर कृषि विभाग के कर्मचारी की मौजूदगी में खाद का वितरण कराया जा रहा है।
गोपालनाथ योगी, उप निदेशक, कृषि विस्तार, प्रतापगढ़.
https://www.dailymotion.com/embed/video/x8fu49p

Home / Pratapgarh / यूरिया वितरण पर नजर: मुखबिरी से कालाबाजारी पर अंकुश का प्रयास

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो