अफीम किसान बोले-जुलाई से पहले ही खेतों में नष्ट कर दिया डोडा-चूरा अब कहां से लाएं
आबकारी विभाग के नेतृत्व में डोडा चूरा नष्टीकरण के लिए मंगलवार को क्षेत्र के चांदोली ग्राम पंचायत में पहुंची। लेकिन इन गांवों के अफीम काश्तकारों ने उपखण्ड कार्यालय पहुंचकर जिला कलक्टर के नाम ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि किसानों ने डोडा-चूरा जुलाई से पूर्व ही खेतों में बिखेरकर नष्ट कर दिया है। ऐसे में अब डोडा चूरा कहां से लाएं।
अफीम किसान बोले-जुलाई से पहले ही खेतों में नष्ट कर दिया डोडा-चूरा अब कहां से लाएं
जिले में अफीम किसानों ने बताई पीड़ा
प्रतापगढ़
आबकारी विभाग के नेतृत्व में डोडा चूरा नष्टीकरण के लिए मंगलवार को क्षेत्र के चांदोली ग्राम पंचायत में पहुंची। जहां के प्रतापपुरा, चांदोली, राजपुरा, बरवाड़ा देवल, बलिया खेड़ा, जीवनपुरा, गुडली, हिंगोरिया के अफीम काश्तकारों को मंगलवार को डोडा-चूरा नष्ट करने के लिए बुलाया गया। लेकिन इन गांवों के अफीम काश्तकारों ने उपखण्ड कार्यालय पहुंचकर जिला कलक्टर के नाम भू-अभिलेख निरीक्षक दीपकराज भाटी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि किसानों ने डोडा-चूरा जुलाई से पूर्व ही खेतों में बिखेरकर नष्ट कर दिया है। ऐसे में अब डोडा चूरा कहां से लाएं। दिए गए ज्ञापन में बताया कि मंगलवार को अफीम काश्तकार लाइसेंस धारियों को डोडा चूरा नष्ट करने के लिए बुलाया गया है। सभी अफीम काश्तकारों ने डोडा चूरा जुलाई से पूर्व ही खेतों में नष्ट कर दिया गया। क्योंकि सरकार द्वारा डोडा चूरा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया। इस कारण इसको हमारे घर पर रखना कानूनी अपराध होने से हमने जुलाई माह की समय सीमा से पूर्व ही इसे नष्ट कर दिया है। वहीं कानूनी दृष्टि से निषेध होने के साथ ही डोडा चूरा में वर्षा ऋतु में बिच्छू जैसे अनेक जंतु पैदा हो जाते हैं। जिससे घर परिवार के निवासियों एवं मवेशियों को जान का खतरा रहता है। इसलिए इससे घर में भी नहीं रखा जा सकता, इस कारण नष्ट कर दिया गया है। इसलिए मंगलवार को नष्टीकरण केम्प के लिए डोडा-चूरा लेकर जाना संभव नहीं है। इस फसल वर्ष के लिए हमारे नष्टीकरण प्रक्रिया का अनुमोदन करा भविष्य के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर जिले में अफीम किसानों ने डोडा चूरा नष्ट करने के एवज में मुआवजे की मांग की है। इस संबंध में मंगलवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।
जिले के चमलावदा क्षेत्र में मंगलवार को डोडा चूरा नष्ट करने की तिथि तय की गई थी।इस पर खोरिया, साबाखेड़ा, गोडावण, सेमलोपुर, बिलाखेड़ा, खिजनखेड़ा, पदमपुरा के किसान जिला कलक्ट्रेट पहुंचे।जहां ज्ञापन में बताया कि वे डोडा चूरा नष्ट करने के लिए तैयार है।लेकिन किसानों की यह मांग है कि किसानों को सरकार 12 सौ रुपए प्रति किलो मुवावजा राशि दी जाए। तब ही किसान अपना डोडा चूरा नष्ट कराएंगे।इस वर्ष अतिवृष्टि से किसानों की संपूर्ण फसल पहले ही बर्बाद हो चुकी हैं।किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम वित्त मंत्री के नाम प्रधानमंत्री के नाम एवं आबकारी विभाग के नाम ज्ञापन दिया गया।अवलेश्वर गांव के मोहन कुमावत ने बताया कि जिसमें सभी मुखिया, रामनिवास, श्यामलाल, गोपाल, दीपचंद, चांदमल, चन्नालाल बंजारा, गोपालसिंह, नाथू पाटीदार, पूनमचंद, सालगराम कुमावत के नेतृत्व में सभी लाइसेंसधारी किसान मौजूद थे।
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