आर्थिक सहायता राशि प्रदान की
प्रतापगढ़. 8 मार्च को अचलपुर निवासी शंकरलाल ढोली की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु होने पर मृतक की विधवा लक्ष्मी देवी को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 50 हजार रूपए की सहायता राशि का चैक बुधवार को उपखण्ड अधिकारी वारसिंह ने प्रदान किया ।
प्रतापगढ़. 8 मार्च को अचलपुर निवासी शंकरलाल ढोली की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु होने पर मृतक की विधवा लक्ष्मी देवी को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 50 हजार रूपए की सहायता राशि का चैक बुधवार को उपखण्ड अधिकारी वारसिंह ने प्रदान किया ।
जिला स्तरीय जन सुनवाई आज
प्रतापगढ़. आमजन की समस्याओं की सुनवाई कर निराकरण करने के लिए गुरुवार को मिनी सचिवालय स्थित आईटी केंद्र में दोपहर बारह से दो बजे तक जिला स्तरीय जन सुनवाई का आयोजन होगा। जिसमें जिला कलक्टर नेहा गिरि इस दौरान आमजन की समस्याएं सुनेंगी। वहीं इस दौरान जिला सतर्कता समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी।
प्रतापगढ़. आमजन की समस्याओं की सुनवाई कर निराकरण करने के लिए गुरुवार को मिनी सचिवालय स्थित आईटी केंद्र में दोपहर बारह से दो बजे तक जिला स्तरीय जन सुनवाई का आयोजन होगा। जिसमें जिला कलक्टर नेहा गिरि इस दौरान आमजन की समस्याएं सुनेंगी। वहीं इस दौरान जिला सतर्कता समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी।
सहकारी सुपर बाजार आज से शुरु
प्रतापगढ़. जिले के पहले सुपर बाजार की शुरुआत गुरुवार को होगी। उप रजिस्ट्रार रविन्द्रकुमार गोयल ने बताया कि नीमच रोड राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पीछे स्थित प्रतापगढ़ सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार लिमिटेड की ओर से संचालित सहकारी सुपर बाजार का उद्घाटन गुरुवार दोपहर जनजाति विकास मंत्री नंदलाल मीणा करेंगे।
गोयल ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला प्रमुख सारिका मीणा, विशिष्ट अतिथि जिला कलक्टर नेहागिरी एवं सभापति कमलेश डोसी होंगे।
प्रतापगढ़. जिले के पहले सुपर बाजार की शुरुआत गुरुवार को होगी। उप रजिस्ट्रार रविन्द्रकुमार गोयल ने बताया कि नीमच रोड राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के पीछे स्थित प्रतापगढ़ सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार लिमिटेड की ओर से संचालित सहकारी सुपर बाजार का उद्घाटन गुरुवार दोपहर जनजाति विकास मंत्री नंदलाल मीणा करेंगे।
गोयल ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला प्रमुख सारिका मीणा, विशिष्ट अतिथि जिला कलक्टर नेहागिरी एवं सभापति कमलेश डोसी होंगे।
—————————- पौषध दु:खों का औषध है
उपधान तप का हुआ आयोजन
छोटीसादड़ी जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ के नेतृत्व में आदिनाथ जैन मंदिर में चल रहे चातुर्मास के तहत बुधवार को उपधान अंतर्गत संघवी माणकचन्द सोनी परिवार आयोजित उपधान तप के अंतर्गत गुरु भगवंत की निश्रा में दो तपस्वियों का आदिनाथ जैन मंदिर से वरघोड़ा निकला। जूना बाजार होते हुए श्री शांतिनाथ मंदिर दर्शन कर वरघोड़ा श्रीसिन्ध्याचलवाटिका पहुंचा। जहां दो तपस्वी मानमल एवं सरला बहन को आचार्य भगवंत ने विधिपूर्वक मालारोपण का अनूठा अनुष्ठान करवाया। इस अवसर पर मुनि ऋषभ रत्न विजय ने बताया कि आधि-व्याधि तथा उपाधि को दूर करें उसका नाम उपधान है। इस तप के द्वारा परमात्मा प्रदर्शित सूत्रों के पठन पाठन का अधिकार व्यक्ति को प्राप्त होता है। उपधान में पोषध द्वारा साधु जीवन जैसा जीवन व्यतीत करना होता है। पौषध दु:खो का औषध है। यहां उपधान कर रहे तपस्वी द्वारा पैसों का स्पर्श वर्जित है। स्नान, अग्नि, पंखा, वातानुकूलित इत्यादि चीजों का त्याग करके साधु की तरह 47 दिन तक तप साधना-आराधना की जाती है। इस अवसर पर माला के तपस्वी परिवारों को आचार्य द्वारा पंच्चकखाण एवं संकल्प दिलाया गया। दीपावली के पावन अवसर पर बेले का तप करने वालों को पारणा करवाया जाएगा। भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण दिन दीपावली पर्व के रूप में भव्य रुप से मनाया जाएगा। नए साल में आचार्य भगवंत के मुखारविंद से मांगलिक श्रवण कथा मारु परिवार के यहां पगलिए होंगे। जहां पूज्य गुरु भगवंत की 108 वी ओली के पारणे का आयोजन होगा।
उपधान तप का हुआ आयोजन
छोटीसादड़ी जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ के नेतृत्व में आदिनाथ जैन मंदिर में चल रहे चातुर्मास के तहत बुधवार को उपधान अंतर्गत संघवी माणकचन्द सोनी परिवार आयोजित उपधान तप के अंतर्गत गुरु भगवंत की निश्रा में दो तपस्वियों का आदिनाथ जैन मंदिर से वरघोड़ा निकला। जूना बाजार होते हुए श्री शांतिनाथ मंदिर दर्शन कर वरघोड़ा श्रीसिन्ध्याचलवाटिका पहुंचा। जहां दो तपस्वी मानमल एवं सरला बहन को आचार्य भगवंत ने विधिपूर्वक मालारोपण का अनूठा अनुष्ठान करवाया। इस अवसर पर मुनि ऋषभ रत्न विजय ने बताया कि आधि-व्याधि तथा उपाधि को दूर करें उसका नाम उपधान है। इस तप के द्वारा परमात्मा प्रदर्शित सूत्रों के पठन पाठन का अधिकार व्यक्ति को प्राप्त होता है। उपधान में पोषध द्वारा साधु जीवन जैसा जीवन व्यतीत करना होता है। पौषध दु:खो का औषध है। यहां उपधान कर रहे तपस्वी द्वारा पैसों का स्पर्श वर्जित है। स्नान, अग्नि, पंखा, वातानुकूलित इत्यादि चीजों का त्याग करके साधु की तरह 47 दिन तक तप साधना-आराधना की जाती है। इस अवसर पर माला के तपस्वी परिवारों को आचार्य द्वारा पंच्चकखाण एवं संकल्प दिलाया गया। दीपावली के पावन अवसर पर बेले का तप करने वालों को पारणा करवाया जाएगा। भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण दिन दीपावली पर्व के रूप में भव्य रुप से मनाया जाएगा। नए साल में आचार्य भगवंत के मुखारविंद से मांगलिक श्रवण कथा मारु परिवार के यहां पगलिए होंगे। जहां पूज्य गुरु भगवंत की 108 वी ओली के पारणे का आयोजन होगा।