कुंडा के शेखपुरा आशिक गांव में जिस रास्ते से कई गांवों के सैकड़ों ताजिया और अखाड़ा के जुलूस गुजरते हैं उसी के रास्ते में सड़क किनारे राजा भइया के पिता उदय प्रताप सिंह ने एक बंदर की याद में मंदिर बनवाया है। उस मंदिर में वह ठीक उसी दिन भंडारा करवाते हैं, जिस दिन 10वीं मुहर्रम होता है। पर कुछ साल पहले ही कोर्ट ने उनके आयोजन पर रोक लगा दिया। बावजूद इसके उदय प्रताप सिंह पिछले कुछ सालो से रोक के बावजूद भंडारा कराने पर अड़े रहते हैं, लेकिन पुलिस उन्हें इसकी अनुमति नहीं देती। एहतियात के तौर पर उन्हें महल में ही हाउस अरेस्ट रखा जाता है।
इस बार भी वह भंडारा कराने पर अड़े रहे और हाउस अरेस्ट किये गए। पर इस बार पुलिस ने हाउस अरेस्ट के बाद उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने और धारा 144 का उल्लंघन करने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
By Sunil Somvanshi