26 जनवरी की शाम जिला कारागार की बैरक नंबर तीन में बंदियों की तलाशी ली जा रही थी। जेल के हेडवार्डर और बंदी रक्षक शिव कुमार मौर्य बंदियों की तलाशी ले रहे थे। इस बीच बैरक नंबर तीन में निरुद्ध बंदी बंटी उर्फ रवि प्रताप सिंह के पास शिव कुमार मौर्य को मोबाइल बरामद हुआ। जिसे उसने अपने कब्जे में ले लिया। लेकिन मोबाइल बरामद होने की जानकारी न तो अधिकारियों को दी और न ही मोबाइल को कार्यालय में जमा किया। बल्कि, उसने चुपचाप अपने पास रख लिया।
जिसकी जानकारी दूसरे दिन हेडवार्डर राकेश तिवारी ने जेल अधीक्षक को दे दी। जेल अधीक्षक ने बंदी रक्षक को तलब कर जमकर फटकार लगाई और मोबाइल फोन जमा कराने को कहा। इसके बाद बंदी रक्षक ने बंटी के पास से मिले मोबाइल को कार्यालय में जमा करा दिया। वहीं दूसरी ओर इस मामले में जेलर एके सिंह की तहरीर पर नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज क मामले की जांच में जुट गई।
सूत्रों की माने तो बंदी के पास से बरामद मोबाइल को छिपाने के आरोपी बंदी रक्षक शिवकुमार मौर्य के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में जेल अधीक्षक ने डिप्टी जेलर से रिपोर्ट मांगी है। वही दूसरी ओर रिपोर्ट आने के बाद बंदीरक्षक पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। जेल अधीक्षक आरके त्रिपाठी ने पत्रिका को बताया कि बंदी के पास मिले मोबाइल को गायब करने की मंशा रखने वाले बंदी रक्षक पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।