कहा जा रहा है कि पुरानी रंजिश के चलते सिपाही की हत्या की गई है । पन्द्रह दिन पहले बैरक नम्बर आठ में जेल में ही बंद शातिर अपराधियों से सिपाही की जमकर कहासुनी हो गयी थी, जिसके दौरान शातिर अपराधियों ने सिपाही को देख लेने की धमकी दी थी। अभी कुछ समय पहले ही शातिर बदमाश जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
मिली जानकारी के अनुसार सिपाही हरि नारायण त्रिवेदी लखनऊ के निगोहा थाना इलाके के पुरहिया गांव के रहने वाले थे। हरि नारायण त्रिवेदी (55) की वर्तमान में जिला कारागार प्रतापगढ़ में सिपाही के पद पर तैनाती थी। गुरुवार की दोपहर बाद हरि नारायण जेल से ड्यूटी कर घर जाने के लिए निकले थे, लेकिन जेल रोड क्रॉसिंग बंद होने के कारण वह रुककर ठेले पर सब्जी खरीदने लगे, तभी क्रॉसिंग का फाटक खुला और अचानक भीड़ में आए बाइक सवार बदमाशों ने सिपाही को गोली मार दी, जिससे सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बदमाश मौके से फरार हो गए।
प्रतापगढ़ में यह कोई पहली घटना नही है, इसके पूर्व नगर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर अनिल कुमार की शातिर अपराधियों ने 20 नवंबर 2015 को होटल में गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या के बाद रानीगंज थाना में तैनात सिपाही राजकुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। प्रतापगढ़ जिले में अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, इन पर पुलिस लगाम लगा पाने में फेल नजर आ रही है।
इस मामले में एसपी एस आनन्द ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने हत्यारों को चिन्हित किया है। मास्क पहनकर दो पल्सर पर आये 4 बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।