भारत में बलात्कार के मामलों मेंं दोगुनी बढ़ोत्तरी, साल 2001 से की तुलना
भारत में बलात्कार के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो
रही है। वर्तमान में अगर महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों की बात करें तो
हालात इस कदर बिगड़ गए है कि वर्ष 2001 के मुकाबले 2014 में इस तरह के
मामले दोगुने से ज्यादा हो गए है।
भारत में बलात्कार के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्तमान में अगर महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों की बात करें तो हालात इस कदर बिगड़ गए है कि वर्ष 2001 के मुकाबले 2014 में इस तरह के मामले दोगुने से ज्यादा हो गए है। इतना ही नही विवाहित महिलाओं के खिलाफ प्रताड़ना के मामलों में ढाई गुना तक बढोतरी हुई है।तिरुवनंतपुरम में लैंगिक समानता पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ‘भारत में महिलाओं की स्थिति’ नामक एक रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें कहा गया है कि 2001 में देश में बलात्कार के 16 हजार 75 मामले थे। लेकिन वर्तमान यानि साल 2014 में यह बढ़ कर 36 हजार 735 पर पहुंच गए।रिपोर्ट के अनुसार इन आंकड़ों पर गौर किया जाए तो जानकर हैरानी होगी कि विवाहित महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न के मामले ढाई गुना तक बढ़ गए है। और यह उत्पीड़न उनपर कोई और नही बल्कि उन्ही के परिवार के लोग कर रहे है। इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति की अध्यक्ष पाम राजपूत ने रिपोर्ट जारी की। उन्होने कहा कि इस रिपोर्ट का उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक,कानूनी,राजनीतिक,शैक्षणिक, स्वास्थ्य और सामाजिक-सांस्कृतिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नीतिगत हस्तक्षेप की अनुशंसा करना है।इस रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला तथ्य यह भी है कि स्वास्थ्य की दृष्टि से बनाई गई 142 देशों की वैश्विक सूची में भारत का स्थान 141 वां है।राजपूत ने कहा कि देश में आर्थिक विकास और शिक्षा का स्तर तो बढ़ गया है लेकिन आज भी महिलाओं के पास मन मुताबिक निर्णय लेने की आजादी ना के बराबर है। Home / 71 Years 71 Stories / भारत में बलात्कार के मामलों मेंं दोगुनी बढ़ोत्तरी, साल 2001 से की तुलना