राजा भैया ने एक इंटरव्यू में बताया, “हमने BJP प्रत्याशी को वोट दिया है, क्योंकि उन्होंने ही हमसे वोट मांगा और किसी ने नहीं मांगा, तो नहीं दिया।” राजा भैया के इस बयान से यह क्लियर हो रहा है कि उन्हें विपक्ष पार्टी ने समर्थन के लिए अप्रोच भी नहीं किया है।
यह चुनाव होना ही नहीं चाहिए था- राजा भैया
इसी दौरान राजा भैया ने बताया, “यह चुनाव होना ही नहीं चाहिए था, कोई औचित्य नहीं था। इसके पहले ऐसा कोई उदाहरण देखने को नहीं मिला। पहले भी उपचुनाव हुए है लेकिन कभी ऐसे चुनाव नही हुआ है।” इसके बाद राजा भैया ने नए संसद भवन को लेकर भी अपनी बात रखी है।
जिन दलों ने बहिष्कार किया वह बहुत गलत किया- राजा भैया
राजा भैया ने बताया, “संसद बहुत सुंदर लग रही है, बाकी तो अब जाकर देखेंगे, जिन दलों ने बहिष्कार किया वह बहुत गलत किया, ऐसा नही करना चाहिए था। ताबूत से संसद को जोड़ना घटियापन है।” बता दें, पीएम मोदी ने 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन किया है। विपक्ष ने इस कार्यक्रम का विरोध किया था, क्योंकि उनकी मांग थी कि यह उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों से होना चाहिए था।”
यह जान लीजिए यूपी विधान परिषद की दो खाली सीटों पर चुनाव क्यों हो रहा है। विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य के इस्तीफे से MLC की एक सीट खाली हुई है। इसके अलावा यूपी में बनवारी लाल दोहरे के निधन से भी एक सीट खाली हुई है। इस तरह से दो सीटों खाली हैं, जिनको लेकर चुनाव हो रहा है।