जानकारी के अनुसार कोतवाली के टेउंगा गांव निवासी 42 वर्षीय राबिया क्षेत्र के ही एक इंग्लिश स्कूल में अध्यापिका थी। वह घर पर अकेली ही रहती थी। शनिवार की रात आधा दर्जन लोग उसके घर में घुसे और दुष्कर्म करने की कोशिश की। राबिया ने इसका विरोध किया, तो उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। राबिया की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग उसके घर की ओर दौड़े। अंदर पहुंच कर सभी हैरान रह गए। बुरी तरह चोटिल राबिया के शरीर के कई अंगों से रक्तस्राव हो रहा था। हाथ पैर टूटकर पूरी तरह से झूल रहे थे। आनन-फानन में लोगों ने उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने इलाहाबाद रेफर कर दिया।
एसआरएन मेडिकल कॉलेज में हुई मौत
आसपास के लोगों ने ही राबिया को गंभीर हालत में इलाहाबाद ले जाकर एसआरएन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया। जहां घंटों जिन्दगी की जंग लड़ने के बाद उपचार के दौरान आखिरकार राबिया ने दम तोड़ दिया। रविवार की अहले सुबह उसने आखिरी सांस ली।
वीभत्स हो गए थे शरीर के कई अंग
दरिन्दों ने अपनी अस्मत बचाने की कोशिश में राबिया के उपर कितना जुल्म ढाया, उसके शरीर पर लगी चोटें इसकी गवाही दे रही हैं। राबिया के शरीर पर कई जगह वीभत्स चोट के निशान थे। कई अंगों पर चोट इतनी गहरी थी कि मांस दिख रहा था। पैर जगह-जगह से टूटकर मुड़ गया था, वहीं हाथ के कुल्हे से भी अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा था।
By : Sunil Somvanshi