बता दें कि कुंडा कोतवाली के संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के नेवादा कला खुर्द गांव के निवासी रामआसरे सरोज 42 वर्ष अपनी पत्नी कुसुमा देवी 40 वर्ष व तीन बेटे एवं एक बेटी के साथ घर पर रहते थे। मृतक रामआसरे सरोज प्राइवेट पशु चिकित्सक का कार्य करते थे। रोजाना की तरह वह अपने कार्य के लिए फील्ड में निकले थे देर शाम रात्रि लगभग 9 बजे पत्नी कुसुमा देवी ने रामआसरे को फोन किया तब रामआसरे ने थोड़ी देर में घर पहुंचने की बात कह कर फोन को काट दिया। इसके बाद काफी देर बीत जाने के बाद जब रामआसरे घर नहीं पहुंचा तब परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी। लेकिन रामआसरे का कहीं पता नहीं चला। सुबह होने पर गांव वालों ने देखा कि बोरे में शव झाड़ियों के बीच पड़ा हुआ है। इसके पश्चात मृतक के परिजनों ने शव की पहचान रामआसरे सरोज के रूप में की। जानकारी होने पर पत्नी कुसुम मौके पर पहुंची और शव से लिपटकर रोने बिलखने लगी। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी मौके पर पहुची संग्रामगढ़ पुलिस व थानाध्यक्ष, को देखकर आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जिस पर पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन पर परिजनों ने 50 लाख रुपये, एक नौकरी, व शस्त्र लाइसेंस की मांग की। अधिकारियों के द्वारा हर संभव सहयोग का आश्वाशन दिए जाने के बाद परिजन शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजने के लिए तैयार हुए।
BY- Sunil Somvansi