scriptअमिताभ बच्चन और कांग्रेस की बढ़ती नजदीकियों से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर | Amitabh Bachchan and Rajiv Gandhi posters delight in Congress worker | Patrika News
प्रयागराज

अमिताभ बच्चन और कांग्रेस की बढ़ती नजदीकियों से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर

दशको बाद एक साथ दिखे अमिताभ बच्चन और राजीव गाँधी,उनके शहर ने याद किया दोस्ताना

प्रयागराजFeb 23, 2018 / 12:15 pm

प्रसून पांडे

Amitabh Bachchan and Rajiv Gandhi posters

अमिताभ और कांग्रेस की बढ़ती नजदीकियों से कार्यकर्ताओं में खुशी

इलाहाबाद : लोकसभा के उपचुनाव की सियासी चहलकदमी के बीच एक बार फिर इतिहास के पन्ने को कांग्रेस के पोस्टर बॉय हसीब अहमद ने पलटकर नेहरू.गांधी परिवार और बच्चन फैमिली को एक पोस्टर में लाकर शहर वालो के जेहन में पुरानी यादें को ताज़ा कर दिया है । यहशहर जहां से नेहरू.परिवार और बच्चन फैमिली की जड़े जुडी हैं ।एक तरफ जहां देश की राजनीति में लंबे समय तक सर्वोच्च पदों पर रहने वाला नेहरू.गांधी परिवार तो वहीं सदी के महानायक अमिताभ बच्चन दुनिया के लिए भले ही स्टारडम और राजनीत में चमकता चेहरा हो लेकिन जब बात इस शहर में होती है । तो आज भी दोनों परिवारों के यारने की चर्चा आम होती है ।

राजीव गाँधी के कहने पर लड़ा चुनाव
इलाहाबाद में कांग्रेस के कार्यकर्ता और पोस्टर बॉय हसीब अहमद ने एक पोस्टर जारी कर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और महानायक अमिताभ बच्चन को साथ साथ दिखाया है ।जिसमें लिखा है कि बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा सलामत रहे दोस्ताना हमारा । हरिवंश राय बच्चन और पंडित नेहरू के पारिवारिक रिश्ते को अमिताभ बच्चन और राजीव गांधी ने बखूबी निभाया, अमिताभ बच्चन ने राजीव गांधी के कहने पर 1984 में इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा, और इस चुनाव में दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे और पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश हेमवती नंदन बहुगुणा को मात दी थी।

बोफोर्स मामले में नाम आने टूटी दोस्ती
देश की सबसे चर्चित फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव के दौरान पोस्टर बॉय ने नेहरू.गांधी परिवार और बच्चन को एक साथ दिखाकर चुनावी सरगर्मियां में पुराने दिनों से लोगो को जोड़ दिया है।गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन 1984 के चुनाव के बाद दोबारा राजनीति में नहीं आये । इसका सबसे बड़ा कारण यह रहा कि राजीव गांधी पर लगे बोफोर्स घोटाले में अमिताभ बच्चन का नाम भी सामने आया । जिसके बाद बच्चन परिवारों नेहरु गांधी परिवार की दूरियां बढ़ती रहे और एक दूसरे के साथ मंच साझा करने से लेकर पारिवारिक रिश्ते तक खत्म हो गए।

जब सोनिया का साथ देने से किया इनकार
राजीव गांधी की मौत के बाद कांग्रेस की लाख कोशिशों को स्वीकार करके सोनिया गांधी जब सियासत में आई । तब एक बार फिर इस बात के भी कयास लगाए जाने लगे कि अमिताभ बच्चन सोनिया गांधी का साथ देंगे । लेकिन उस वक्त बच्चन परिवार ने साफ मना कर दिया । जिसके बाद से दोनों परिवारों के बीच दूरियां और बढ़ गई । तो कुछ ही साल बाद 1996 97 में जब अमिताभ की एबीसीएल भरी कर्ज में डूबने लगी, तो उस समय बच्चन परिवार को गांधी परिवार से उम्मीद थी ।लेकिन उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला ।जिसके बाद दूरियों का दायरा और बढ़ गया ।


इसलिए है सुर्खियों में बच्चन
बीते कुछ दिनों में एक बार फिर अमिताभ बच्चन का ट्विटर एकाउंट सुर्खियों में हैं। और अब इसलिए सुर्खियों में हैं,क्योंकि बीते दिनों जल्द ही अमिताभ बच्चन ने राहुल गाँधी और कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर भी फॉलो करना शुरू किया है। साथ ही अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को फालो कर रहे है । जिसमे पी चिदंबरम कपिल सिबल अहमद पटेल ज्योतिरादित्य सिंधिया सचिन पायलट ,शकील अहमद संजय निरूपम रणदीप सुरजेवाला को फॉलो करना शुरू किया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो