गौरतलब है क़ी हाल ही में सीबीआई ने अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद को भगोड़ा घोषित करते हुए उसक़ी गिरफ्तारी पर दो लाख का इनाम घोषित कर रखा है। तो वही उनके भाई पूर्व विधायक ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ क़ी गिरफ्तारी पर भी दो लाख का इनाम है। अशरफ पिछले तीन सालों से फरार है। अशरफ पर दर्जन भर से ज्यादा मामले प्रयागराज और उसके आसपास के विभिन्न थानों में दर्ज है। शनिवार को लखनऊ की सीबीआई टीम ने अशरफ के लिए प्रयागराज में उसके आवास और आसपास मुनादी की कार्रवाई कराते हुए नोटिस चस्पा की है । इस दौरान प्रयागराज के करेली और खुल्दाबाद के पुलिस भी मौजूद रही।
2005 में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में अशरफ पूर्व सांसद के साथ आरोपी है। बसपा विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाख़िल सीबीआई जांच क़ी मांग क़ी थी। जिस पर सुप्रीमकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है। सीबीआई ने अशरफ को आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज की थी । अशरफ की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस सहित एसटीएफ क्राइम ब्रांच ने कई बार बड़ी छापेमारी का दावा किया लेकिन अशरफ की गिरफ्तारी नही हो सकी है। अदालत के आदेश पर इसके पहले अशरफ के घर तीन बार कुर्की हो चुकी है। अब एक बार फिर सीबीआई ने कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करते हुए मुनादी की कराई है। जिसमें अशरफ अगर आगामी 26 मार्च तक न्यायालय में हाजिर होने बात कही गई है। सूबे में योगी सरकार बनने के बाद 2017 में पूर्व विधायक अशरफ फरार है।